नवीन वास्तविकताओं को देखते हुए कलीसिया का तकनीकि अनुकूलन
वाटिकन के प्रेस प्रवक्ता फादर फेदेरिको लोम्बार्दी ने स्पेन में सालामांका परमधर्मपीठीय
विश्वविद्यालय द्वारा दिये गये डाक्टरेट की मानद उपाधि ग्रहण करने के अवसर पर 29 अप्रैल
को कहा कि कलीसिया ने नवीन वास्तविकताओं को देखते हुए तकनीकि अनुकूलन के लिए कुछ नये
कदम उठाये हैं। उन्होंने कलीसिया में अपनी भूमिका से जुड़ी चुनौतियों के बारे में कहा
कि यह न केवल सूचनाओं का वितरण करना है लेकिन इन्हें परस्पर प्रभाव करनेवाला बनाना है।
उन्होंने कहा कि कलीसिया ने नयी वास्तविकताओं को देखते हुए तकनीकि अनुकूलन के कुछ नये
कदम उठाये हैं. जैसे यूटयूब में चार भाषाओं में प्रतिदिन वीडियो न्यूज का प्रसारण, काथलिक
इतालवी साइटस के 13 हजार वेबमास्टरों के लिए बैठक का आयोजन तथा जैव नैतिकता से जुड़े
मुददों पर वेबपेजों की रचना। वाटिकन प्रवक्ता ने इंटरनेट और सैटेलाइट प्रसारण के साथ
सम्प्रेषण जगत में विगत दो दशकों में हुए विकास का विश्लेषण प्रस्तुत किया। उन्होंने
रेखांकित किया कि इंटरनेट में सूचनाओं के प्रसारण की गति और व्यापकता तथा विचारों की
विविधता का जवाब देने में कठिनाई उत्पन्न करती है तथा मुददों की सत्यता की जाँच करने
में भी बाधक बनती है। उन्होंने कुछेक विवादास्पद मुददों को उदाहरण के तौर पर स्मरण किया
जैसे रेगेन्सबुर्ग में संत पापा का भाषण, परम्परावादियों के साथ विचार विमर्श तथा धर्माध्यक्ष
विलियमसन का मुददा, अफ्रीका यात्रा के समय कंडोम प्रयोग पर संत पापा का कथन। फादर लोम्बारर्दी
ने संत पापा के साथ अपने अनुभवों के बारे में कहते हुए संत पापा की सुसंगत बौद्धिक क्षमता
को रेखांकित किया जिससे उन्हें प्रभावी संस्कृति के सामने बिना विचलित हुए असुविधाजनक
पक्ष को बनाये रखने का साहस मिला। उन्होंने स्मरण किया कि संत पापा जोन पौल द्वितीय की
भी लम्बे समय तक आलोचना की जाती थी कि वे परम्परावादी और पिछड़े पोलिश हैं जो आधुनिक
विश्व के बारे में अनभिज्ञ हैं लेकिन अंत में संत पापा का सम्मान किया गया कि वे साहसी
और सुसंगत व्यक्ति हैं जिनकी नींव अपने विश्वास में दृढ़ थी और जीवन की विभिन्न परिस्थितियों
में भी उस विश्वास का साक्ष्य देने में वे समर्थ थे।