इटली के विद्यालयों में काथलिक धर्मशिक्षा प्रदान करनेवाले शिक्षकों को संत पापा का संदेश
इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल आन्जेलो बानयास्को के नेतृत्व में इटली
के लगभग 8 हजार काथलिक धर्मशिक्षा प्रदान करनेवाले शिक्षकों ने शनिवार 25 अप्रैल को वाटिकन
स्थित संत पापा पौल षष्टम सभागार में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का साक्षात्कार किया।
संत पापा ने कहा कि विद्यालयों में काथलिक धर्मशिक्षा प्रदान करना शिक्षा की अतिरिक्त
संरचना नहीं लेकिन यह संस्कृति में निहित है और पूर्ण मानव बनने में सहायता करती है।
धार्मिक पहलू अतिरिक्त संरचना नहीं लेकिन बाल्यकाल से ही इंसान का अंतरंग भाग है, यह
अन्यों और उस रहस्य के प्रति जो प्रत्येक मानवीय संबंध में प्रवेश करती है उसके प्रति
मौलिक खुलापन है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पहलू जो संस्कृति से जुड़ा है, व्यक्ति के
समग्र विकास में सहायता करता है और इसके साथ ही ज्ञान को जीवन की प्रज्ञा के रूप में
पूर्ण रूपेण परिवर्तित करने में मदद करता है। काथलिक धर्म शिक्षा के द्वारा धर्म शिक्षक
एक ओर विद्यालय को आत्मा प्रदान करते हैं तो दूसरी ओर संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र
में काथलिक शिक्षा को पूर्ण नागरिकता प्रदान करने की गारंटी प्राप्त होती है।इटली के
काथलिक धर्मशिक्षकों के लिए संत पौलुस को नमूना के रूप में अर्पित करते हुए संत पापा
ने कहा कि धार्मिक प्रशिक्षण मानव शिक्षण से अलग नहीं है। संत पौलुस के पत्रों में अनेक
बार सामाजिक और नागरिक जीवन के बारे में कहा गया है। धर्म की स्वतंत्रता को कम या सीमित
किये बिना काथलिक धर्म शिक्षकों की विद्यालयों में उपस्थिति राज्य और धर्म के मध्य परस्पर
सम्मान और ईमानदार वार्ता को प्रोत्साहन प्रदान करती है।