नागपुर के अतिवादी हिन्दुओं ने डोगलास मेमोरियल चर्च को ध्वस्त किया।
नागपुर, 20 अप्रैल, 2009 ।नागपुर के ईसाइयों ने अतिवादी हिन्दुओं के द्वारा डोगलास मेमोरियल
चर्च के ध्वस्त करने का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार की अक्षमता
के कारण इस प्रकार की घटना हुई है। सीएनआई के धर्माध्यक्ष पौल दुपारे ने कहा है कि ख्रीस्तीय
समुदाय सदा ही महावीर बुद्धा और ईसा मसीह की शिक्षा के अनुसार शांति और प्रेम के लिये
कार्य करते रहते है। और वे चाहते हैं कि सब कोई मेल-प्रेम से ही अपना जीवन बितायें
और एक-दूसरे का सम्मान करें। विभिन्न ईसाई समुदायों ने इस कुकृत्य की निन्दा की है
और कहा है कि बड़े ही शर्म की बात है कि कोई एक धार्मिक समुदाय दूसरे धर्म के गिरजाघरों
को नष्ट करे। नागपुर के काथलिक संगठन के सदस्य नेलसन फ्रांसिस ने कहा है कि इस प्रकार
के हमले दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इससे राज्य की शांति-व्यवस्था भंग होती है। इस बीच विश्व
हिन्दु परिषद् के हेमन्त जम्बेकर ने भी इस हमले की निन्दा की है। सुबोद आचार्य
बजरंगदल के अध्यक्ष ने कहा है कि बजरंगदल का इसमें कोई हाथ नहीं है। पर उन्होंने यह भी
आरोप लगाया है कि इस प्रकार के हमले हो सकते हैं क्योंकि ईसाई धर्मपरिवर्तन का प्रयास
करते हैं।