जेम्स मसीह और बूटा मसीह कूरान की प्रतियाँ जलाने के मामले में निर्दोष
लाहौर, एशियान्यूज़ 18 अप्रैल, 2009। पाकिस्तान के लाहौर हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले
के तहत् जेम्स और बूटा मसीह के कूरान की प्रतियाँ सड़क में जलाने के मामले से बरी कर
दिया है।
ज्ञात हो कि इन दोनों ईसाइयों को सन् 2006 से जेल में बन्द कर दिया
गया था। हाई कोर्ट ने दोनों को निर्दोष क़रार दिया है।
बचाव पक्ष के अटोर्नी और
पंजाब पार्लियामेंट के सदस्य ख़लील ताहिर ने एशिया न्यूज़ को बताया कि जेम्स औऱ बूटा
को न्याय मिलना ईश्वर का अनुपम वरदान है और पूरे परिवार के सदस्यों के लिये बडे़ खुशी
की बात है।
ज्ञात हो कि 73 वर्षीय जेम्स मसीह औऱ 68 वर्षीय बूटा मसीह फैसलाबाद
निवासी हैं और को अपने पड़ोसी अरसद मुबारक ने कुरान जलाने का आरोप लगाया था और उन्हें
गिरफ्त़ार कर जेल में बंद कर दिया गया था।
इस मामले में जिन ग़वाहों को पेश किया
गया था उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों के भय के कारण गवाही दी थी पर वास्तव में उन्होंने
किसी को कुरान को जलाते हुए नहीं देखा था।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए
स्थानीय पल्ली पुरोहित ने कहा कि कुरान जलाने की घटना निरक्षरता और ग़रीबी का परिणाम
है।
जेम्स और बूटा का परिवार ग़रीब है और वे कचड़ों से जमा की गयी वस्तुओं को
फिर से बेचकर अपना जीवन निर्वाह करते थे।
इसी सिलसिले में कुरान के कुछ फटे पन्नों
के जलाये जाने की संभावना हो सकती है पर जानबूझकर उन्होंने कुरान का अपमान नहीं किया। ज्ञात
हो कि न्याय और शांति के लिये बनी राष्ट्रीय आयोग के अनुसार सन् 1986 से लेकर अब तक
कुरान का अपमान करने के मामले पाकिस्तान अपराधिक धारा 295 बी के तहत् 892 व्यक्तियों
को गिरफ्त़ार किया जा चुका है