कंधमाल से लोक सभा सीट के लिये भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अशोक साहू को ख्रीस्तीयों
के विरुद्ध भड़काऊ भाषण देने के मामले में मंगलवार को गिरफ़्तार कर लिया गया। चुनाव
आयोग ने अशोक साहू को भड़काऊ भाषण के लिए नोटिस दिया था. उल्लेखनीय है कि कंधमाल में
विश्व हिंदू परिषद से जुड़े स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के बाद कंधमाल एवं उड़ीसा
के अन्य क्षेत्रों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध व्यापक हिंसा हुई थी। पुलिस के सेवानिवृत्त
अधिकारी अशोक साहू पर आरोप है कि पाँच अप्रैल को एक सार्वजनिक सभा में उन्होंने भड़काऊ
भाषण दिया था। आरोप साबित होने पर उन्हें तीन साल तक की सज़ा हो सकती है। कई दिनों तक
साहू गिरफ़्तारी से बचते रहे किन्तु मंगलवार को फूलबनी में एक सभा को संबोधित करने के
दौरान उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। ग़ौरतलब है कि अपनी गिरफ़्तारी से पहले अशोक
साहू ने बीबीसी से बातचीत में कहा था कि यदि उन्हें ग़िरफ़्तार किया गया तो ज्वालामुखी
फूट पड़ेगा। साहू की गिरफ़्तारी को लोकतंत्रवाद पर प्रहार बताते हुए भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया
व्यक्त की है।