नई दिल्लीः कँधामाल में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा पर पुस्तक प्रकाशित
नई दिल्ली में शुक्रवार को भारत के विख्यात पत्रकार कुलदीप नायर ने कंधमाल में हाल के
माहों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हिन्दु चरमपंथियों द्वारा ढाई गई हिंसा पर काथलिक लेखक
अन्तो अक्कारा द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया।
मीडिया ङाऊस के सौजन्य से
प्रकाशित Kandhamal- a blot on Indian Secularism शीर्षक से लिखी गई इस पुस्तक में उन
हिंसक घटनाओं का दर्दनाक विवरण है जो अगस्त सन् 2008 में हिन्दु अतिवादी नेता स्वामी
लक्षमणानन्द की हत्या के बाद घटी थी। इस हिंसा में ख्रीस्तीयों के गिरजाघरों एवं आवासों
को आग के हवाले कर दिया गया था, धर्मबहनों के साथ बलात्कार एवं बदसलूकी की गई थी, पुरोहितों
के साथ मार पीट की गई थी तथा ख्रीस्तीयों को उनसे घरों से निकाल कर उन्हें बलपूर्वक हिन्दु
बनाया गया था। माहों तक चली इस हिंसा के परिणामस्वरूप 50,000 से अधिक ख्रीस्तीय बेघर
हो गये हैं तथा लगभग एक सौ ख्रीस्तीयों की जानें गई हैं।
पुस्तक में लेखक ने
भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को विकृत करने के लिये हिदु चरमपंथियों की निन्दा की है तथा
हिंसा के दौरान उड़ीसा के प्रशासनाधिकारियों की कार्रवाई पर कई प्रश्न उठायें हैं। उनके
अनुसार स्वामी लक्षमणानन्द की हत्या को बहाना बनाकर कंधामाल तथा आप पड़ोस के हिन्दुओं
को जानबूझकर ख्रीस्तीयों को मार भगाने के लिये उकसाया गया था।