आक्विलाः भूकम्प में मारे गये लोगों के अन्तयेष्टि याग में सन्त पापा का सन्देश
इटली के आक्विला नगर एवं आसपास के क्षेत्रों में, इस सप्ताह भूकम्प में मारे गये लोगों
की स्मृति में, वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने अन्तयेष्टि याग अर्पित
कर प्रभु ईश्वर से मृतकों की आत्माओं को शांति प्रदान करने की याचना की।
अन्तयेष्टि
याग के अवसर पर आक्विला के काथलिक धर्माधिपति महाधर्माध्यक्ष जोसफ मोलीनारी को प्रेषित
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का सन्देश पढ़ा गया।
सन्देश में सन्त पापा ने लिखा
कि इस विशाल त्रासदी के क्षण में वे आध्यात्मिक रूप से भूकम्प पीड़ितों के साथ हैं तथा
सर्वशक्तिमान् ईश्वर से भूकम्प में मारे गये लोगों की चिर शांति हेतु आर्त निवेदन करते
हैं। साथ ही घायलों के स्वास्थ्यलाभ तथा सभी के लिये साहस के वरदान की याचना करते हुए
आग्रह करते हैं कि वे आशा को धूमिल नहीं होने दें।
सन्त पापा ने कहा इस प्रकार
के दुखद क्षणों में विश्वास ही प्रकाश एवं आशा का स्रोत बना रह जाता है, संयोगवश, जो
इन दिनों में मानव बने ईशपुत्र की क्रूस पीड़ा, मरण एवं पुनःरुत्थान की याद कर उससे सम्बल
प्राप्त करने हेतु हम सबको आमंत्रित करता है। सन्त पापा ने मंगलकामना की कि येसु का क्रूसमरण
एवं पुनःरुत्थान सबके लिये सान्तवना का स्रोत बने ताकि प्रत्येक विश्वासी उस जीवन में
भागीदार बन सके जिसमें, प्रकाशना ग्रन्थ के अनुसार, "वह उनकी आँखों से सब आँसू पोछ डालेगा।
इसके बाद न मृत्यु रहेगी, न शोक, न विलाप और न दुःख, क्योंकि पुरानी बातें बीत चुकी हैं।"
सन्त पापा ने आगे लिखा कि इस सप्ताह के विनाशक भूकम्प ने कठिनाईयों से भरी गम्भीर
स्थिति उत्पन्न कर दी है किन्तु मेरा विश्वास है कि सभी की मदद से इसका सामना किया जा
सकेगा। उन्होंने कहा कि भूकम्प का आरम्भिक शक्तिशाली झटका वाटिकन तक महसूस किया गया था
और उसके बाद से ही वे उत्कंठापूर्वक इससे सम्बन्धित समाचारों को सुनते रहे हैं।
सन्त
पापा ने कहा कि ऐसे दुखदायी समय में इटली एवं विश्व के लोगों द्वारा भूकम्प पीड़ितों
के प्रति जो एकात्मता दर्शाई जा रही है वह वास्तव में सराहनीय है। सबसे अपना निजी योगदान
देने की अपील कर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि केवल एकात्मता ही वह अस्त्र है
जिसके द्वारा इस प्रकार की दुखद चुनौतियों का सामना किया जा सकता है।