वाटिकन सिटीः केवल ख्रीस्त ही जीवन की एकमात्र निश्चित्तता हैं, बेनेडिक्ट 16 वें
स्पेन के मैडरिड महानगर से रोम में एकत्र काथलिक युवाओं को सोमवार को सम्बोधित कर सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि केवल ख्रीस्त ही जीवन की एकमात्र निश्चित्तता हैं। उन्होंने
कहा कि यद्यपि जीवन अनिश्चित्तताओं से भरा है तथापि प्रत्येक व्यक्ति की नियति में कुछ
भी अनिश्चित्त नहीं है।
ग़ौरतलब है सन् 2011 में स्पेन के मैडरिड महानगर में
विश्व युवा दिवस मनाया जायेगा उसी की तैयारी में यहाँ के काथलिक युवा प्रतिनिधि इस समय
रोम में एकत्र हुए हैं।
युवाओं को सन्त पापा ने परामर्श दिया कि वे येसु के पदचिन्हों
पर चलें क्योंकि "येसु ही उनकी नियति, येसु ही उनके मार्ग एवं उनका पुरस्कार हैं"।
सन्त
पापा ने कहाः "निश्चित्त रूप से, जीवन एक यात्रा है। किन्तु यह बिना निर्धारित नियति
की कोई अनिश्चित्त यात्रा नहीं है; यह ख्रीस्त की ओर ले जाती जो मानव जीवन एवं इतिहास
का अन्त हैं। इस यात्रा में आपकी मुलाकात उनसे होगी जिन्होंने प्रेम के कारण अपना जीवन
बलिदान कर दिया तथा आपके समक्ष मुक्ति के द्वार खोल दिये।"
युवाओं से सन्त पापा
ने अनुरोध किया कि वे मिलकर प्रार्थना करें, अपनी पल्लियों, संगठनों एवं अभियानों के
द्वारों को खोलें ताकि सभी लोग कलीसिया में आ सकें तथा इसे अपना घर समझ सकें, ऐसा घर
जिसमें उन्हें प्रेम मिले तथा जिसमें वे ईश्वरीय प्रेम का अनुभव प्राप्त करें। सन्त पापा
ने कहा कि ख्रीस्त में अपने विश्वास को आनन्दपूर्वक जीकर ही युवा व्यक्ति उचित रीति से
विश्व युवा दिवस का समारोह मना सकेंगे।