सेलिन और अन्ना अफ्रीका की कलीसिया और ईश्वर के बीच मध्यस्थ –फादर लोम्बार्डी
वाटिकन सिटी, 30 मार्च, 2009 । संत पापा की अफ्रीकी प्रेरितिक यात्रा के दौरान लुआंडा
में हुए भगदड़ में दो युवतियों की मृत्यु पर पोप के प्रवक्ता फादर लोम्बार्डी ने गहरा
शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा उनका विश्वास है कि दोनों युवतियां सेलिन और
अन्ना अफ्रीका की कलीसिया और ईश्वर के बीच मध्यस्थ बन गयीं हैं और अफ्रीका के लिये प्रार्थनायें
करतीं रहेंगी।
जेस्विट फादर फेदिरिको लोम्बार्डी ने उक्त बातें उस समय कहीं जब
वे वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ' ऑक्तावा दियेस ' में विगत सप्ताह सम्पन्न
संत पापा की अफ्रीका यात्रा का मूल्याकंन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना थी
जिसकी आशा किसी ने नहीं की थी।
उन्होंने बताया कि 21 मार्च को हज़ारों की संख्या
में युवक-युवति कोक्वेरोस स्टेडियम के गेट खुलने का इंतज़ार कर रहे थे जहाँ संत पापा
को उन्हें संबोधित करना था। जब गेट खुला तो स्टेडियम के अन्दर घुसने की अफरा-तफरी में
22 वर्षीय सेलिन और 21 वर्षीय अन्ना की मृत्यु हो गयी।
फादर लोम्बार्डी ने यह
भी बताया कि सेलिन धर्मप्रचारिका थी और अन्ना स्थानीय युवा संघ की सदस्या थी। फादर लोम्बार्डी
ने यह भी बताया कि 8 और युवाओं को इस भगदड़ में गंभीर चोट आयी है।
वाटिकन के
प्रवक्ता ने कहा कि वे उन युवाओं की तारीफ़ करते हैं जिन्होंने इस प्रेरितिक यात्रा
की सफलता के लिये स्काउटस् और विभिन्न युवा संगठन के सक्रिय सदस्यों के रूप में खुले
रूप से अपना योगदान दिया। उन्होंने कहा कि अफ्रीकी युवा ही अफ्रीका की आशा हैं।
हम
आज की नयी पीढ़ी से ही आशा कर सकते हैं कि व अफ्रीका में शांति, मेल-मिलाप और न्याय
की स्थापना के लिये अपना योगदान देंगे।
फादर लोम्बार्डी ने कहा कि वे सेलिन और
अन्ना को सदा अपनी प्रार्थनाओं में याद करते रहेंगे और ये दोनों की आत्मायें भी अवश्य
ही दूतों के समान अफ्रीका के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में हमारा साथ देती रहेंगी।