काथलिक कलीसिया के जगतगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें, 17 मार्च से 23 मार्च तक, कैमरून
तथा अँगोला की प्रेरितिक यात्रा पर हैं। 17 मार्च को सन्त पापा को लिये आलइतालिया का
विमान रोम के लेओनारदो दा विन्ची हवाई अड्डे से लगभग दस बजे कैमरून के लिये रवाना हुआ।
लगभग छः घण्टों की हवाई यात्रा पूरी कर, स्थानीय समयानुसार अपराह्न चार बजे, वे यात्रा
के प्रथम पड़ाव कैमरून की राजधानी याऊन्दे पहुँचे। कैमरून तथा अँगोला की सात दिवसीय
यात्रा, अफ्रीकी महाद्वीप में, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्रथम तथा इटली से बाहर
उनकी 11 वीं प्रेरितिक यात्रा है। कैमरून की कुल आबादी लगभग एक करोड़ अस्सी लाख है इनमें
27 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं। इन्हीं को विश्वास में सुदृढ़ करना तथा निर्धनता,
रोगों एवं सशस्त्र संघर्षों से जूझते अफ्रीकी महाद्वीप के लोगों में आशा का संचार करना
सन्त पापा की यात्रा का उद्देश्य है। यात्रा पर जाने से पूर्व सन्त पापा खुद कह चुके
हैं – "मैं अफ्रीका के काथलिकों के विश्वास को सुदृढ़ करना चाहता, ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों
के ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक समर्पण को प्रेत्साहन देना चाहता तथा सभी के लिये उस शांति
की घोषणा करना चाहता हूँ जिसके प्रसार का कार्यभार प्रभु ने अपनी कलीसिया के सिपुर्द
किया है।"