दक्षिण पूर्वी यूरोप के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के अध्यक्षों की नवीं बैठक तुर्की में
रविवार तक सम्पन्न हो रही है। दक्षिण पूर्वी यूरोप के 8 धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के धर्माध्यक्षगण
प्रेरित संत पौलुस के पदचिह्नों पर चलते हुए इस सप्ताह ख्रीस्तीय अस्मिता पर चिंतन कर
रहे हैं। यूरोपीय समिति में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक मान्यवर आलदो जोरदानो भी इस
बैठक में शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन द्वारा जारी एक वक्तव्य में बताया गया कि धर्माध्यक्षगण
ख्रीस्तीय एकता के मुददे पर विचार विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने प्रेरित संत पौलुस के
सुसमाचार प्रचार के आदर्श को अपने चिंतन का आरम्भिक बिन्दु माना है जिसे 2 हजार से अधिक
वर्ष पहले बहुसांस्कृतिक और बहुधार्मिक वातावरण में उन्होंने अपनाया था और ख्रीस्तीय
अस्मिता की रचना करने में योगदान दिया था। धर्माध्यक्षगण अपनी तीर्थयात्रा को कलीसियाई
एकता का दृष्टिकोण प्रदान करेंगे। वे शनिवार को प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोमियो प्रथम
से मिलेंगे और आर्थोडोक्स संध्या प्रार्थना समारोह में भाग लेंगे।