2009-03-02 12:30:03

बपतिस्मा के वरदानों से ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य दें - कार्डिनल रैलको


रोम, 2 मार्च, 2009 । लोकधर्मियों के लिये वनी परमधर्मपीठीय परिषद् के अध्य़क्ष कार्डिनल स्तानिसलाओ रैलको ने कहा है कि आज ज़रूरत है कि हम उस बुलाहट को पहचानें जिस हमने अपने बपतिस्मा में पाया था और उस पर गौरव करें।

उक्त बातें कार्डिनल रैलको ने उस समय कहीं जब वे शनिवार 28 फरवरी को ग्रेगोरियन युनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एक सभा में लोकधर्मियों की बुलाहट विषय पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।

ज्ञात हो कि बीस साल पहले संत पापा जोन पौल द्वितीय ने लोकधर्मियों को अपना प्रेरितिक प्रोत्साहन दिया था।

कार्डिनल ने बताया कि संत पापा जोन पौल द्वितीय के द्वारा दिया गया लोकधर्मियों की बुलाहट संबंधी दस्तावेज़ काथलिकों के जीवन के लिये एक मील का पत्थर है।

उन्होंने आगे बताया कि इस दस्तावेज़ के द्वारा संत पापा ने प्रोत्साहित करते हुए कहा था कि लोकधर्मियों को दो प्रलोभनों से बचे रहना चाहिये।

पहला कि कलीसिया की चिन्ता के कारण अपना दैनिक व्यवसाय, सामाजिक और आर्थिक दायित्वों को ठीक से नहीं करना और दूसरा अपने विश्वास और दैनिक जीवन को अलग-अलग समझना।

कार्डिनल रैलको ने यह भी कहा कि आज बीस साल के बाद दुनिया की परिस्थितियाँ बदलीं हैं और किसी-किसी क्षेत्र में बदतर भी हुई हैं पर हमें चाहिये कि हम अपनी आशा बरक़रार रखें।

आज हमें चाहिये कि हमम अपने बपतिस्मा के करार को याद करें और दुनिया को ईमानदारी के साथ एक ऐसे ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य दें जो बाईबल पर आधारित हो।








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