2009-02-24 12:05:21

वाटिकन सिटीः पर्यटन में नैतिक मूल्यों के सम्मान हेतु वाटिकन की अपील


वाटिकन के अधिकारी पर्यटकों से आग्रह कर रहे हैं कि जलवायु परिवर्तन से जुड़े ख़तरों के मद्देनज़र वे नैतिकता एवं विवेक का उपयोग कर ऐसी मनोरंजक क्रियाओं में लगें जो मानव एवं सृष्टि का सम्मान करती हों।

"पर्यटन के समक्ष जलवायु परिवर्तन की चुनौतियाँ" विषय पर, इटली के मिलान शहर में, शुक्रवार को, सम्पन्न एक सम्मेलन में आप्रवासियों एवं पर्यटकों की प्रेरिताई में संलग्न परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल रेनातो आर. मार्तिनो ने एक सन्देश प्रेषित कर कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिये धरती पर निवास करनेवाला प्रत्येक व्यक्ति ज़िम्मेदार है।


उन्होंने कहाः "जलवायु परिवर्तन के लिये हम सब किसी न किसी तरह ज़िम्मेदार हैं"। उन्होंने कहा कि यह पर्यटन के सन्दर्भ में भी कहा जा सकता है क्योंकि पर्यटन मानव की वह गतिविधि है जिसने जलवायु परिवर्तन में योगदान दिया है और अब जिसके दुष्प्रभाव मानव को ही सहने पड़ रहे हैं।

कार्डिनल महोदय ने पर्यटन के नकारात्मक प्रभावों को गिनाया जैसे परिवहन के साधनों से निकलनेवाली जहरीली गैसें तथा प्राकृतिक संसाधनों का विनाश।

इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि पर्यटन रोज़गार उत्पन्न कर, संस्कृतियों का आदान प्रदान कर तथा निर्धनता निवारण हेतु विकल्पों की प्रस्तावना कर आर्थिक विकास को गति प्रदान करता है कार्डिनल महोदय ने कहा कि आर्थिक विकास तथा पर्यावरण की सुरक्षा के बीच एक स्वस्थ सन्तुलन उत्पन्न किये जाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि पर्यटन तब ही लाभकर होगा जब उसमें सामाजिक एवं पर्यावरणीय दृष्टि के साथ आर्थिक विकास को जोड़ा जायेगा।










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