यूएनओ श्रीलंका में शांति की पहल करे – फादर भिन्सेंट
चेन्नई, 21 फरवरी, 2009 । श्रीलंका में तमिल और श्रीलंका सरकार के बीच चल रहे संघर्ष
के तमिलनाडू में हुए आपसी झड़प के बाद तमिलनाडू के ईसाइयों ने अपील की है कि लोग शांति
और संयम बरतें। तमिलनाडू के धर्माध्यों की समिति के प्रवक्ता फादर विन्सेंट चिन्नादुराई
ने उक्त अपील उस समय की जब वे 19 फरवरी को राष्ट्रीय टेलेविज़न चैनलों ने उक्त समाचार
को दिखाया जिसमें पुलिस और अधिवक्ता एक-दूसरे से भिड़ गये और खूनी झड़पें हुई। समाचार
के अनुसार चेन्नई में खूनी वारदातें उस समय हुईं जब वकीलों के एक दल ने पुलिस थाने पर
इस लिये आक्रमण किया क्योंकि उनके एक साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। यह भी
ज्ञात हो कि उसके पहले दिन एक वकील ने तथाकथित रूप से सुब्रमनियन स्वामी पर इस आक्रमण
किया था क्योंकि उसने एलटीटीई का विरोध किया था। लिट्टे ने वर्षों से एक अलग तमिल देश
के लिये संघर्ष छेड़ रखा है और उन्हें तमिलनाडू के तमिलों की सहानुभूति प्राप्त है। 30
साल से चल रहे आन्दोलन में करीब 80 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है। हाल में हुए झड़पों
पर चिंता व्यक्त करते हुए फादर भिन्सेंट ने कहा कि हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान
नहीं हो सकता है। हिंसा से तो उस लक्ष्य की क्षति होती है जिसके लिये हम एक साथ मिल
कर कार्य करना चाहते हैं। फादर ने यह भी कहा कि भारत सरकार पहल करे और शांति स्थापित
करें। फादर विल्फ्रेड फेलिक्स ने कहा कि वे चाहते हैं हिंसा से निर्दोंष लोगों की जाने
जाती है और यह मानवता के लिये खतरे की घंटी है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए
एक महिला ऑक्सिलिया पीटर ने कहा कि यूएनओ को चाहिये कि वह राजनीतिक समाधान के लिये श्रीलंका
से मिलकर शांति की पहल करे। .