उड़ीसा के कंधमाल जिले के ईसाई बच्चों के लिय कोई स्कूली व्यवस्था नहीं
भुवनेश्वर, 14 फरवरी, 2009 । उड़ीसा के कंधमाल जिले के ईसाई बच्चों की एक साल का स्कूली
वर्ष व्यर्थ हो जायेगा। उक्त की बातों की जानकारी देते हुए ' ग्लोबल कौंसिल ऑफ इंडियन
क्रिश्चियन्स ' के साजन जोर्ज ने बताया कि हज़ारों ईसाई बच्चे बिना स्कूल के हो गये हैं।
ज्ञात हो पिछले वर्ष की ईसाई विरोधी हिंसा के तहत् बच्चों को भी अपने माता-पिताओं
के साथ शिविरों में शरण लेनी पड़ी थी। दहशत के कारण वे पुनः स्कूल नहीं जा सके। साजन
ने यह भी बताया कि हिंसा के दौरान अतिवादियों ने गिरजाघरों को जलाया ही बच्चों के सर्टिफिकटों
और अन्य जरुरी कागज़ादों को भी आग में झोंक दिया। साजन ने एशियान्यूज से बातें करते
हुए यह बताया कि कंधमाल क्षेत्र में ईसाई विरोधी हिंसा का दहशत तो है ही इसके साथ ईसाई
बच्चों के साथ भी सौतेल व्यवहार किया जा रहा है। जब अभी लोकसभा चुनाव होने जा रहें
हैं ऐसे समय में कंधमाल ईसाइयों की स्थिति दूसरे दर्ज़े की नागरिकों की-सी हो गयी है।
उनके पास कोई कागज़ाद नहीं है। उधर, सुरक्षा शिविर की देखभाल कर रहे कृष्णन कुमार
ने बताया कि अभी भी करीब एक हज़ार पाँच सौ लोग शर्णार्थी शिविरों में है। ' ऑल इंडिया
क्रिश्चियन कौंसिल ' के निदेशक ने इस बात का असंतोष ज़ाहिर किया है कि सरकार ने उन्हें
बसाने के लिये अब तक कोई कार्य योजना नही बनायी है।