वाटिकन सिटीः नैतिक निर्धनता के विरुद्ध ब्राज़ील को चेतावनी
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने वाटिकन के लिये ब्राज़ील के नवनियुक्त राजदूत से आग्रह
किया है कि वे ब्राज़ील में मूल्यों के ह्रास को रोकने के लिये नीति शिक्षा बहाल करने
पर विचार करें।
सोमवार को वाटिकन में ब्राज़ील के नये राजदूत लूईज़ फिलिप दे
सेक्सास कोर्रेया का प्रत्यय पत्र स्वीकार करते हुए सन्त पापा ने ब्राज़ील द्वारा सामाजिक
न्याय के क्षेत्र में किये जा रहे विकास की सराहना की किन्तु साथ ही कलीसिया की चिन्ताओं
को भी व्यक्त किया।
आधारभूत मानवीय मूल्यों जैसे परिवार और गर्भ के प्रथम क्षण
से लेकर मृत्यु तक जीवन के प्रति सम्मान का सन्त पापा ने आव्हान किया और साथ ही नैतिक
सिद्धान्तों की सुरक्षा का आग्रह किया जो भ्रूणों के अस्तित्व तथा उसके जन्म लेने के
अधिकार को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
सन्त पापा ने स्मरण दिलाया कि सम्पूर्ण विश्व
में आर्थिक एवं भौतिक निर्धनता के साथ साथ नैतिक निर्धनता भी व्यापक रूप से फैल रही है
तथा निर्णायक ढंग से मानव जीवन को प्रभावित कर रही है। उन्होंने कहा कि वास्तव में उपभोक्तावाद
एवं सुखवाद और इनके साथ साथ ठोस नैतिक मूल्यों की कमी के कारण ब्राज़ील के परिवार एवं
उसका समाज निर्धन हो चला है। इस निर्धनता से उबरने के लिये सभी स्तरों पर नैतिक मूल्यों
की शिक्षा को बहाल किया जाना सन्त पापा ने अनिवार्य बताया।
सन्त पापा ने कहा
कि नैतिक मूल्यों की शिक्षा ही देश को भौतिकतावादी विचारधाराओं के ख़तरे से बचा सकती
है। इस दिशा में उन्होंने कहा कि शांति एवं स्वतंत्रता में विश्वास रखने वाला ख्रीस्तीय
धर्म महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर सकता है।