पीड़ित बच्चों की कराह को हम अनसुनी नहीं कर सकते हैं – पोप
वाटिकन सिटी, 9 फरवरी, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि कलीसिया ईश्वर
का परिवार है और इसे चाहिये कि इसके सब सदस्यों की देख-रेख भली भाँति करे विशेष करके
उन बच्चों का जो बीमार पीड़ित हैं।
संत पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे
11 फरवरी को होने वाले 17वें विश्व रोगी दिवस के लिये लोगों को अपना संदेश दे रहे थे।
वाटिकन प्रेस कार्यालय ने संत पापा के संदेश को आम लोगों के लिये शनिवार 7 फरवरी
को प्रकाशित कर दिया है।
इस सदेश के अनुसार संत पापा ने लोगों से अपील की है
कि वे उस दिन दुःख और पीड़ा विषय पर प्रार्थना सभा का आयोजन करें और पीड़ित लोगों की
सेवा करने के लिये मनन ध्यान करें।
इस अवसर पर बोलते हुए संत पापा ने लोगों से
कहा कि वे अपना ध्यान बच्चों की लगायें और ऐसे बच्चों को जो असहाय है या किसी भी रोग
से पीड़ित हैं उन्हें उचित सेवा प्रदान करें ताकि उनका उचित विकास हो सके।
संत
पापा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि उन बच्चों के लिये विशेष प्रार्थनायें कीं जो किसी
असाध्य रोग से पीड़ित हैं युद्ध या हिंसा के शिकार हुए हैं या पारिवारिक कलह के कारण
अनाथ हो गये हैं और सड़कों में भटक रहे हैं।
संत पापा ने कहा कि ऐसे बच्चों की
कराह को हम अनसुनी नहीं कर सकते हैं। हमें चाहिये कि हम उनकी देखभाल करें।