संत पापा ने श्रीलंका में निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान किया
श्रीलंका में सरकारी सेना और तमिल टाईगर्स के लड़ाकाओं के बीच जारी रक्तरंजित करनेवाले
संघर्ष को देखते हुए संत पापा ने निर्दोष नागरिकों को सुरक्षा उपलब्ध कराने की अपील की
है। 4 फरवरी को आमदर्शन समारोह कार्यक्रम में उन्होंने संघर्षरत पक्षों से आग्रह किया
कि वे मानवतावादी कानूनों और लोगों के आवागमन की स्वतंत्रता का सम्मान करें। उन्होंने
आग्रह किया है कि घायलों और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यथा संभव उपाय
किये जायें तथा लोगों की भोजन और दवा संबंधी अनिवार्य जरूरतों को पूरा करने की अनुमति
दी जाये। कलीसियाई सूत्रों के अनुसार लगभग 2 लाख 50 हजार नागरिक युद्ध क्षेत्र में फँस
गये हैं। श्रीलंका की सेना तथा तमिल लड़ाकाओं के बीच जारी संघर्ष में सैकड़ो नागरिक मारे
गये हैं या घायल हुए हैं। संत पापा ने कहा कि संघर्ष की बढ़ती क्रूरता के समाचार और मारे
जानेवाले निर्दोष लोगों की बढ़ती संख्या ने उन्हें संघर्षरत पक्षों से आकस्मिक अपील करने
को विवश किया। संत पापा ने मानवतावादी कानूनों और नागरिकों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा
करने का सबसे आग्रह किया।
इस बीच एक अन्य समाचार में बीबीसी समाचार सेवा ने बताया
कि श्रीलंका की सरकार ने युद्ध विराम पर चर्चा करने से इंकार कर दिया है। अमरीका ब्रिटेन
और कनाडा के उस अनुरोध को श्रीलंका ने खारिज कर दिया है जिसमें तमिल विद्रोहियों के
साथ युद्ध विराम की शर्त्तों पर बातचीत करने के लिए कहा गया था।