वाटिकन ने धर्माध्यक्ष रिचर्ड विलियमसन से यहूदी नरसंहार संबंधी वक्तव्य को वापस लेने
को कहा
काथलिक कलीसिया में वापस सम्मिलित कर लिये गये लेफेब्रे पंथ के चार धर्माध्यक्षों में
धर्माध्यक्ष रिचर्ड विलियमसन ने स्वीडिश टेलेविज़न से बातचीत में नाज़ी नरसंहार से संबंधित
ऐतिहिसिक तथ्यों से इनकार करते हुए कहा था कि यहूदियों को गैस से भरे नज़रबन्दी शिविरों
में नहीं मारा गया था। धर्माध्यक्ष विलियमसन के इस वक्तव्य ने यहूदी तथा काथलिक जगत में
रोष को भड़का दिया। वाटिकन ने धर्माध्यक्ष रिचर्ड विलियमसन से यहूदी नरसंहार और नाज़ी
यातना शिविर संबंधी वक्तव्य को वापस लेने को कहा है। वाटिकन राज्य सचिवालय द्वारा 4 फरवरी
को जारी वक्तव्य में कहा गया है कि संत पापा ने लेफेब्रे पंथ के चार धर्माध्यक्षों के
बहिष्करण को समापत करने का निर्णय लिया था उस समय उन्हें नाज़ी यातना शिविरों और यहूदी
नरसंहारों के बारे में धर्माध्यक्ष विलियमसन के विचारों के बारे में जानकारी नहीं थी।
संत पापा लेफेब्रे पंथ के साथ काथलिक कलीसिया के मेलमिलाप के सामने पड़ी बाधाओं को दूर
करना चाहते थे। कहा गया है कि कलीसिया में पूरी तरह से शामिल होने के लिए लेफेब्रे पंथ
के धर्माध्यक्षों को वाटिकन द्वितीय सहित काथलिक कलीसिया के धर्मसिद्धान्तों और शिक्षाओं
के प्रति पूर्ण निष्ठा का प्रदर्शन करना होगा। धर्माध्यक्ष विलियमसन द्वारा नाज़ी नरसंहार
के बारे में दिये गये विचार संत पापा को अस्वीकार है। संत पापा अनेक अवसरों पर नाज़ी
नरसंहार की स्पष्ट एवं निर्विवाद रूप से निन्दा कर चुके हैं।