ख्रीस्तीय और मानव मूल्यों की रक्षा के लिये भी अपना योगदान दें-पोप
वाटिकन सिटी, 2फरवरी, 2009। प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल के ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के नये धर्मगुरु
के रूप में पद भार किये जाने के अवसर में संत पापा ने बधाई पत्र प्रेषित करते हुए कहा
है कि पूरे रुस की कलीसिया का धर्मगुरु वनने का दायित्व एक महत्वपूर्ण काम है।
संत
पापा ने कहा कि उन्हें याद है कि इसके पहले ऑर्थोडॉक्स की कलीसिया के विदेशी मामलों के
अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपनी कुशल नेतृत्व को पहले ही सिद्ध कर दिया है।
संत
पापा ने आगे कहा कि उसे पक्का विश्वास है कि महाधर्माध्यक्ष किरिल को पवित्र आत्मा की
विशेष कृपा मिलेगी और वे लोगों को येसु के प्रेम और शांति के मार्ग में ले चलने में
सक्षम हो पायेंगे।
इस अवसर पर संत पापा ने पूर्व धर्मगुरु अलेक्सिस द्वितीय की
भी याद की जिनकी अचानक मृत्यु 5 सितंबर सन् 2008 को 79 वर्ष की आयू में में हो गयी।
संत
पापा ने आशा व्यक्त की है कि धर्मगुरु किरिल अलेक्सिस के समान ही विभिन्न चर्चों की एकता
के लिये कार्य कर सकेंगे।
इतना ही नहीं उनका विश्वास है कि किरिल ख्रीस्तीय और
मानव मूल्यों की रक्षा के लिये भी अपना योगदान दे पायेंगे जिससे न केवल ईसाइयों को पर
पूरे विश्व को लाभ मिलेगा।
संत पापा ने अपनी शुभकामनाओं के साथ यह भी आश्वासन
दिया कि वे उन्हें हर संभव मदद करने के लिये तैयार हैं।
उनकी प्रार्थना है ईश्वर
रूस की पूरी कलीसिया को धर्माध्यक्षों पुरोहितों और विश्वासियों को यह कृपा दे कि वे
येसु मसीह की आशा में निरंतर आगे बढ़ते रहें।