उदारता के मिशनरी धर्मसंघ मिशनरीज़ ऑफ चैरीटी की अध्यक्षा सि. निर्मला जोशी को, नौ अन्य
भारतीयों के साथ, भारत के द्वितीय उच्चत्तम पुरस्कार "पद्म विभूषण" से सम्मानित किया
गया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व सन्ध्या राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति
में कहा गया कि राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने इस वर्ष 133 पद्म पुरस्कारों को अनुमोदन
दे दिया है। दस पद्म विभूषणों के अतिरिक्त 30 पद्म भूषण और 93 पद्म श्री पुरस्कारों को
राष्ट्रपति का अनुमोदन प्राप्त हुआ। 75 वर्षीय सि. निर्मला जोशी सन् 1997 से मदर
तेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की अध्यक्षा हैं। मदर तेरेसा के निधन के बाद
उन्हें धर्मसंघ अध्यक्षा नियु्क्त किया गया था। सि. जोशी नेपाल के एक ब्राहमण परिवार
से हैं जिन्होंने कलकत्ता की स्व. मदर तेरेसा के कल्याणकारी कार्यों से प्रभावित होकर
24 वर्ष की आयु में ख्रीस्तीय धर्म स्वीकार कर लिया था। सि. जोशी को राजनीति शास्त्र
एवं विधि शास्त्र में स्नातकोत्तर की डिगरियाँ प्राप्त हैं। भारत के अतिरिक्त सि. जोशी
ने लातीनी अमरीका के पनामा, अमरीका के वाशिंगटन तथा यूरोप के कई देशों में सेवाएँ अर्पित
की हैं। इस बीच गणतंत्र दिवस पर उन शहीदों को भी सम्मानित किया जिन्होंने वतन के
लिये अपनी कुर्बानी दी। इनमें प्रमुख हैं 26 नवम्बर सन् 2008 को मुम्बई में हुए आतंकवादी
आक्रमण में शहीद हुए पुलिस अधिकारी, आतंकवादी निरोधक दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे, मुंबई
पुलिस के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अशोक काम्टे, पुलिस इंस्पेक्टर विजय सालस्कर, सब इंस्पेक्टर
तुकाराम ओम्ले, एनएसजी के मेजर एस. उन्नीकृष्णन और हवलदार गजेंद्र सिंह बिष्ट। इन सभी
को मरणोपरान्त अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।