वाटिकन सिटीः कुष्ठ रोगियों के प्रति काथलिक कलीसिया की एकात्मता
56 वें विश्व कुष्ठ रोगी दिवस के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य सेवा में संलग्न लोगों की प्रेरिताई
हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल लोज़ानो बारागान ने एक सन्देश प्रकाशित
कर कुष्ठ रोगियों के प्रति काथलिक कलीसिया की एकात्मता का प्रदर्शन किया।
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वाँ विश्व कुष्ठ रोगी दिवस रविवार, 25 जनवरी को मनाया जायेगा।
कुष्ठ रोगी दिवस
को हानसेन रोग से पीड़ितों के प्रति एकात्मता की महान घटना निरूपित कर सन्देश में कार्डिनल
बारागान ने लिखा कि यद्यपि हानसेन या कुष्ठ रोग मीडिया द्वारा उपेक्षित है तथापि प्रति
वर्ष इस रोग से बड़ी संख्या में लोग ग्रस्त होते हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर निर्धनता
में जीवन यापन करने वाले विश्व के लगभग ढाई लाख व्यक्ति प्रति वर्ष कुष्ठ रोग से संक्रमित
होते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट का हवाला देकर उन्होंने कहा कि सन्
2007 में कुष्ठ रोग के दो लाख 54 हज़ार पाँच सौ पच्चीस नये प्रकरण सामने आये जिनमें
से 12 प्रतिशत 15 वर्ष की आयु से कम उम्र वाले हैं।
दुर्भाग्यवश, कार्डिनल ने
कहा, "निराधार आशंकाएँ बनी हुई हैं जो हानसेन रोग सम्बन्धी अज्ञान से उत्पन्न होती हैं।
ये आशंकाएँ, कुष्ठ रोगियों के विरुद्ध, बहिष्कार को जन्म देती हैं।"
कार्डिनल
ने इस बात पर बल दिया कि कुष्ठ रोगी दिवस लोगों को इस रोग के बारे में सही सूचना प्रदान
करने तथा रोगियों के लिये कारगर स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाएं उपलब्ध कराने का सुअवसर है
जिसे खोया नहीं जाना चाहिये।