सामाजिक विज्ञान संबंधी परमधर्मपीठीय अकादमी के सदस्य डा. पियेर पाओलो दोनाती ने परिवारों
के 6 वें विश्व सम्मेलन के प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज को जारी रखने
के लिए ईमानदारी और सहभागिता जैसे सदगुणों की जरूरत होती है, परिवारों के बिना इन सदगुणों
का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। समाज अपने अस्तित्व को बनाये रखने हेतु इन सदगुणों के
लिए परिवार पर पूर्णतः निर्भर करता है। मेक्सिको सिटी में रविवार तक सम्पन्न हो रहे इस
विश्व सम्मेलन में लगभग 10 हजार प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। डा. दोनाती ने अपने सम्बोधन
में परिवार सामाजिक सदगुणों या बुराईयों का स्रोत विषय पर चिंतन प्रस्तुत किया जो सदगुणों
से पूर्ण नागरिकों के प्रशिक्षण तथा समाज कल्याण में परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका के
विश्लेषण पर केन्द्रित रहा। उन्होंने सहभागिता, निःस्वार्थ संबंध और ईमानदारी जैसे सदगुणों
पर समीक्षा प्रस्तुत किया जो परिवार पर निर्भर रहते हैं। उन्होंने बल दिया कि सामाजिक
मूल्यों और सदगुणों को उत्पन्न करने के लिए परिवार के पास कोई क्रियाशील विकल्प नहीं
है।