वाटिकन सिटीः प्रेरितिक दण्डविभागाध्यक्ष द्वारा गम्भीर पापों की सूची प्रस्तुत
वाटिकन में मंगलवार एवं बुधवार को परमधर्मपीठीय प्रेरितिक दण्डाविभाग द्वारा एक विचारगोष्ठी
सम्पन्न हुई जिसमें दण्डविभागाध्यक्ष कार्डिनल जेम्स फ्राँसिस स्टैफर्ड ने उन गम्भीर
पापों की सूची प्रस्तुत की जिनसे मुक्ति केवल कलीसिया के परमाध्यक्ष दिला सकते हैं।
ऑस्तिया
अर्थात् यूखारिस्तीय रोटी का अपमान करना, पापस्वीकार की गोपनीयता को भंग करना, यौन दुराचार
के अपराधी का साथ देनेवाले को संस्कारीय क्षमा प्रदान करना, कलीसिया के परमाध्यक्ष की
अनुमति बग़ैर धर्माध्यक्ष का अभिषेक करना तथा सन्त पापा पर शारीरिक आक्रमण करना। इन पाँच
गम्भीर पापों के लिये किसी पुरोहित से पापस्वीकार करना पर्याप्त नहीं होगा बल्कि इसके
लिये औपचारिक ढंग से सन्त पापा से क्षमायाचना करनी होगी।
प्रेरितिक दण्डविभाग
तथा पापस्वीकार अर्थात् पुनर्मिलन संस्कार पर आयोजित उक्त विचारगोष्ठी में स्पष्ट किया
गया कि ये पाँचों पाप अति गम्भीर पाप हैं जिसके अपराधी को, चाहे वह पुरोहित हो या लोकधर्मी,
कलीसिया से बाहर कर दिया जायेगा। यदि अपराधी पापस्वीकार करना चाहता है तो वह किसी पापमोचक
के पास जाकर अपना अपराध स्वीकार करे जिसके बाद पापमोचक अपराधी का नाम बताये बिना परमधर्मपीठीय
प्रेरितिक दण्डाविभाग को एक पत्र लिखे जिसपर पूर्ण गोपनीयता के साथ कार्रवाई की जायेगी
ताकि कलीसियाई जीवन किसी तरह से प्रभावित न हो।