विश्वव्यापी आर्थिक मंदी के दौर में मानव की मर्यादा रक्षा हो
न्यूयार्क, 28 नवम्बर, 2008। महाधर्माध्यक्ष चेलेस्तिनो मिलयोरे ने कहा है कि अगर विश्व
व्यापी आर्थिक मंदी के दौर में मानव की मर्यादा की रक्षा नहीं की गयी तो यह पूरे विश्व
के लिये विनाशकारी सिद्ध होगा।
संयुक्त राष्ट्र संघ में वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक
धर्माध्यक्ष मिलयोरे ने उक्त बातें दोहा में विकास के लिये अंतरर्राष्ट्रीय सहयोग पर
होने वाले सेमिनार के पू्र्व में कहीं। विकास पर सेमिनार आयोजित सेमिनार शनिवार 29 नवम्बर
से आरम्भ हो रहा है और 2 दिसंबर को समाप्त होगा।
धर्माध्यक्ष ने कहा है कि यह
आवश्यक है कि आर्थिक मंदी से उबरने के लिये सब देश अंतरराष्ट्रीय सहयोग करें।
उन्होंने
कहा कि ऐसे समय में यह भी आवश्यक है श्रमिकों के हित पर ध्यान दिया जाये और मानव का मानव
के साथ संबंध को भी मजबूत किया जाये।
महाधर्माध्यक्ष ने इस बात पर लोगों का ध्यान
खींचने का प्रयास किया कि आर्थिक मंदी को दूर करने के संबंधी जो भी कदम उठाये जायें उसमें
मानव के कल्याण को प्राथमिकता दी जाये।
उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक मंदी की
समस्या न केवल नैतिक हैं पर इसका सीधा संबंध नेतृत्व से भी है। विश्व के नेताओं को चाहिये
कि वे मानव के हित में निर्णय करने की जिम्मेदारी बखूबी निभायें।