रोमः इटली के यहूदियों द्वारा वार्ता दिवस का बहिष्कार
इताली रब्बी सभा के अध्यक्ष जोसफ लारास ने एक घोषणा में बुधवार को कहा कि इटली का यहूदी
समुदाय 17 जनवरी के लिये निर्धारित काथलिक यहूदी वार्ता दिवस में भाग नहीं लेगा क्योंकि
गुड फ्रायडे के लिये विगत वर्ष प्रस्तावित प्रार्थना से समुदाय को आपत्ति है।
सन्
2007 में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने स्वप्रेरणा से रचित अपने पत्र में द्वितीय वाटिकन
महासभा से पूर्व सन् 1962 में प्रकाशित मिस्सा बलिदान की प्रार्थना पुस्तक में निहित
प्रार्थनाओं के उपयोग को अनुमति दी थी। इस प्रार्थना पुस्तक में गुड फ्रायडे अर्थात्
पुण्य शुक्रवार को कही जानेवाली प्रार्थना येसु को ख्रीस्त एवं सब मनुष्यों के मुक्तिदाता
घोषित करती है। यहूदियों ने इस प्रार्थना में परिवर्तन का आग्रह किया था।
यहूदियों
एवं अन्य धर्मों के लोगों के साथ सम्बन्धों को बेहतर बनाने वाली परमधर्मपीठीय समिति के
अध्यक्ष कार्डिनल वॉलटर कास्पेर का कहना है कि अनेक ने इस प्रार्थना को नयी एवं यहूदी
विरोधी बताया है जबकि यह नवीन व्यवस्थान पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इसमें ख्रीस्तीयों
एवं यहूदियों के बीच विद्यमान अन्तर का भी संकेत मिलता है।
बिना वजह यह ग़ैरसमझदारी
उत्पन्न होने पर इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन में अन्तरधार्मिक वार्ता सम्बन्धी समिति
के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष विन्चेन्सो पालिया ने वाटिकन रेडियो से हुई बातचीत में खेद व्यक्त
किया और आशा व्यक्त की जल्द ही इस मुद्दे का समाधान पाया जा सकेगा।