ईश निन्दा के आरोप में जेल में बंद ईसाई डाक्टर को अदालत ने रिहा किया
पाकिस्तान में ईश निन्दा के आरोप में जेल में 5 माह से बंद एक ईसाई डाक्टर को अदालत ने
रिहा कर दिया है। हाफिजाबिन के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सरदार अहमद माकन ने 5 नवम्बर
को 55 वर्षीय डाक्टर राबिन सरदार के पक्ष में फैसला सुनाया। निजी स्वार्थ और बदला लेने
के लिए पाकिस्तान में ईश निन्दा कानून को उपयोग में लाने का यह एक अन्य मामला है। ईसाई
मालिक ने मुसलमान श्रमिक को काम से निकाल दिया था जिससे वह डाक्टर के खिलाफ हो गया और
उनपर ईश निन्दा करने का आरोप लगाया। इस प्रकरण में डाक्टर राबिन को गुजराँवाला केन्द्रीय
कारागार में 5 माह रहना पडा। उन्होंने बताया कि जेल में वे अपना समय बाइबिल पढ़ने में
व्यतीत कर साहस और आशा प्राप्त करते रहे। जेल से रिहा कर दिये जाने के बाद वे चरमपंथी
मुसलमानों के प्रतिकार के भय से अज्ञातवास कर रहे हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक मामलों
के मंत्रि शाहबाज भटटी की आशा है कि अन्य लोगों की रिहा हो सकेगी जिनपर ईश निन्दा करने
का अन्यायपूर्ण दोषारोपण किया गया है।