गुवाहाटी बम बिस्फोट में नोर्थ ईस्ट का पहला बैपटिस्ट चर्च ध्वस्त
असम मे हुए सिलसिलेवर बम बलास्ट में गुवाहाटी में अवस्थित लेविस मेमोरियल बोयस होस्टेल
के दो छात्रों की मृत्यु हो गयी है। दोनों छात्र स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे। इस बम
बल्सास्ट में सन् 1845 इस्वी का बना नोर्थ ईस्ट का पहला बैपटिस्ट चर्च भी ध्वस्त हो गया
है। बैपटिस्ट चर्च के पूर्व कोशाध्यक्ष माननीय एम हावखोथोंग ने इस घटने की जानकारी
देते हुए बताया कि बैपटिस्ट चर्च के द्वारा चलाये जा रहे 15 दुकान इस बम विस्फोट में
ध्वस्त हुए और चर्च के पास्टर भी इसमें जख्मी हुए हैं। अखिल भारतीय कैथोलिक समिति
के जन कल्याण विभाग के सचिव डॉक्टर सैम पौल ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि हमारे
समाज में आतंक के रास्ते अपने मतलब सिद्ध करने वालों का कोई स्थान नहीं है। यह बर्बरता
और कायरतापूर्ण कार्य है। डॉक्टर सैम ने लोगों से अपील की कि वे शांति बनाये रखें और
शांति प्रयासों के सब कार्यों में सुरक्षाकर्मियों की मदद करें। ज्ञात हो कि सीबीसीआई
औऱ अखिल भारतीय ईसाई समिति ने पहले ही इस आतंकवादी कार्रवाई की निंदा कर चुकी है। इन
समितियों ने इस विस्फोट में मारे गये लोगों और घायलों के प्रति अपनी सहानुभूति भी प्रकट
की है। शहर की स्थिति अब सामान्य होने लगी है पर अब भी लोगों में दहशत है और वे बाहर
निकलने से डरते हैं।