धर्मबहन के साथ किये गये बलात्कार मामले की जाँच प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय
उड़ीसा सरकार ने हिन्दू चरमपंथियों द्वारा ईसाई विरोधी हिंसा के दौरान एक काथलिक धर्मबहन
के साथ 25 अगस्त को किये गये बलात्कार मामले की जाँच प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय
लिया है। एशिया समाचार सेवा ने बताया कि पीड़ित धर्मबहन ने 24 अक्तूबर को नई दिल्ली में
इंडियन सोशल इंस्टीच्यूट में आयोजित एक प्रेस सम्मेलन के दौरान पूरे प्रकरण पर प्रकाश
डालते हुए कहा था कि उनका उड़ीसा पुलिस पर विश्वास नहीं रहा क्योंकि जब हमलावरों ने हमला
किया तो उपस्थित पुलिसकर्मियों ने उनकी मदद नहीं की लेकिन हमलावरों का ही साथ दिया। धर्मबहन
द्वारा प्रेस सम्मेलन को सम्बोधित करने के एक दिन बाद ही उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन
पटनायक ने राजधानी में एक बैठक बुलाकर पुलिस अधिकारियों को उक्त बलात्कार मामले की जाँच
प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया। ज्ञात हो कि राज्य सरकार का कहना है कि संदिग्ध
अपराधियों की पहचान हेतु धर्मबहन को उड़ीसा आने की जरूरत नहीं है। देश के किसी भी भाग
में उनकी पहचान परेड कराई जा सकती है। आल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमेन्स एसोसियेशन ने कहा
है कि राज्य के मुख्यमंत्री को सैकड़ो टेलीग्राम संदेश भेजकर सीबीआई जाँच कराने की माँग
कराई जाएगी।