हिन्दू और ईसाई नेताओं ने एक संयुक्त वक्तव्य में वार्ता को प्रोत्साहन देने का आह्वान
किया
हिन्दू और ईसाई नेताओं ने एक संयुक्त वक्तव्य में हस्ताक्षर कर साम्प्रदायिक हिंसा को
समाप्त करने, बलात् धर्म परिवर्तन की निन्दा करते हुए हिन्दुओं और ईसाईयों के मध्य वार्ता
को प्रोत्साहन देने का आह्वान किया। संसद में विपक्ष के नेता श्री एल के आडवाणी के निवास
में 8 अक्तूबर को सम्पन्न बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष
विंसेंट कोंचेसाव, कटक भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष रफायल चिन्नथ तथा हिन्दू नेता स्वामी
चिदानंद सरस्वती ने हस्ताक्षर किये हैं। 12 वें विश्व धर्माध्यक्षीय सम्मेलन में भाग
ले रहे गुवाहाटी के महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनामपरमपिल ने कहा है कि ईसाई विरोधी साम्प्रदायिक
हिंसा पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा और अधिक प्रयास किये जाने तथा लोगों के अपनी
मनोवृत्ति में परिवर्तन लाने की जरूरत है। उन्होंने ईसाईयों और धर्मनिरपेक्ष लोगों जिन्में
खुले मन वाले हिन्दू भी शामिल हों उनका एक दल गठित किये जाने का सुझाव दिया जो देश में
शांति और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देने के लिए कार्य़ करे।