2008-09-29 19:20:42

हिन्दुओं को धर्मांतरण का विरोध नहीं करनाः एच टी सांगलिया


कर्नाटक के पूर्व संसद सदस्य एच.टी. सांगलिया ने कहा है कि हिन्दुओं को धर्मांतरण का विरोध नहीं करना चाहिये क्योंकि वे खुद ही देश और विदेशों में धर्मांतरण के कार्यों में लगे हुए हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हिन्दुओं को चाहिये कि वे अपनी संकीर्णता से ऊपर उठें और लोगों के उस अधिकार का विरोध न करें जिसमें व्यक्ति अपनी समझ और आस्था के अनुसार किसी भी धर्म को चुनने और उसके अनुसार जीने के लिये स्वतंत्र है।

पूर्व भारतीय जनता पार्टी के सदस्य ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे देवानगेरे में अतिवादी हिन्दुओं के द्वारा ईसाइयों पर आक्रमण करने के बारे में संवाददाताओं को ज़वाब दे रहे थे।

उन्होंने इस बात को जोर देते हुए कहा कि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों में बहुत से ईसाइयों को हिन्दु बनाया है पर ईसाइयों ने उनका कभी भी विरोध नहीं किया है।

पूर्व संसद सदस्य ने बल देकर कहा कि धर्मातरण का विरोध करने वालों का धर्म के नाम पर हिंसा करने वालों की कड़ी निन्दा करते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि हिन्दु जागरम विदिके और उन तमाम हिन्दु दलों का जो तथाकथित रूप से धर्म के नाम पर ईसाइयों पर आक्रमण कर रहे हैं उनका कार्य घोर निन्दा के योग्य है।

उन्होंने कहा कि यह हिन्दुओं से अपील करते हुए कहा कि यह जगजाहिर है कि हज़ारों हिन्दु विदेशों में बसे हैं वे भी मंदिरों का निर्माण कर रहे हैं और ईसाइयों ने उनका कभी विरोध नहीं किया।

इसलिये हिन्दुओं को भी चाहिये कि वे साम्प्रदायिक सद्भावना वनाये रखें और धार्मिक सहिष्णुता जारी रखें उसी में सबका हित है। उन्होंने इस बात की ओर भी इंगित किया है इस प्रकार की हिंसा से देश की आर्थिक स्थिति खराब होगी और उद्योग धन्धों पर बुरा असर पड़ेगा।








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