ईराक में ईसाई और मुसलमानों की एकता और शांति-प्रयास
ईराक के ईसाई और मुसलमान मिलकर देश में शांति स्थापित करने का कार्य करेंगे। उक्त बातें
बाबिलोन के पैट्रियार्क और बगदाद के कार्डिनल इम्मानुएल तृतीय डेली ने को कहा जब वे सिया
पार्टी के सुप्रीम इस्लामिक कौंसिल के नेता अब्दुल अज़ीज हकीम से मिले।
कार्डिनल
ने कहा कि वे इस बात से प्रसन्न है कि सरकार ने ईमानदारी से देश में सुरक्षा और शांति
व्यवस्था के लिये प्रयास कर रही है। उधर इस्लामिक कौंसिल के नेता अब्दुल अज़ीज ने कहा
कि उसे अच्छी तरह से मालूम है कि ईसाइयों और मुसलमानों के बीच आपसी प्रेम का एक युग रहा
है और इसे पुनः कायम किया जा सकता है।
कालडियन चर्च के सह पैट्रियार्क ने बताया
कि बगदाद में उन्होंने ईसाइयों और मुसलमानों के 50 विशिष्ट प्रतिनिधियों की सभा बुलायी
है ताकि ईसाई-मुसलमान अन्तरधार्मिक वार्ता को एक नया आयाम दिया जा सके। उन्होंने कहा
कि इससे अवश्य ही ईसाइयों और मुसलमानों की एकता मजबूत होगी और शांति प्रयासों को बल मिलेगा।
पैट्रियार्क श्लेइमुन वारदूनी ने बताया कि वार्ता से इराकी एक ईश्वर पर विश्वास
करते हैं और वे विश्वास करते हैं कि ईश्वर प्रेम है और इसीलिये उसे एक और प्रेममय ईश्वर
के नाम पर एकता अवश्य की क़ायम की जा सकती है।उन्होंने विश्वास जताया कि शांति के प्रयासों
से ही इराक में शांति व्यवस्था लौटेगी और देश का विकास होगा।