वाटिकन सिटीः उड़ीसा में हिंसा के शिकार ख्रीस्तीयों के लिये इटली ने प्रार्थना दिवस
मनाया
उड़ीसा में हिंसा के शिकार ख्रीस्तीयों के प्रति एकात्मता दर्शाने के लिये शुक्रवार को
इटली में प्रार्थना दिवस मनाया गया। इस उपलक्ष्य में इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
के अध्यक्ष कार्डिनल आन्जेलो बन्यास्को ने वाटिकन रेडियो को दी एक भेंट वार्ता में कहा
कि धार्मिक स्वतंत्रता प्रत्येक मानव प्राणी का जन्मजात अधिकार है।
कार्डिनल
महोदय ने कहा कि किसी व्यक्ति के विश्वास एवं धर्म के आधार पर उसके साथ भेदभाव करना
तथा उसे उत्पीड़ित करना सरासर अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत, और विशेष रूप से
हाल में हिंसा के शिकार बने उड़ीसा के ख्रीस्तीयों के प्रति वे पूर्ण सहानुभूति एवं एकात्मता
का प्रदर्शन करते हैं। उनकी आशा है कि संकट की इस घड़ी में उड़ीसा के ख्रीस्तीय स्वतः
को अकेला महसूस न करें बल्कि यह जानें कि इटली एवं सम्पूर्ण विश्व की कलीसियाएँ उनके
साथ हैं तथा उनके लिये प्रार्थना करते हैं।
कार्डिनल महोदय ने कहा कि वे चाहते
हैं कि सभी मनुष्यों के विश्वास तथा उनके धार्मिक चयन का सम्मान किया जाये। विश्वास एवं
धर्म पालन के लिये उड़ीसा में सताये जा रहे लोगों के प्रति अपने आध्यत्मिक सामीप्य का
प्रदर्शन करते हुए भारतीय सरकार का कार्डिनल महोदय ने आव्हान किया कि वह भारत के अल्पसंख्यक
ख्रीस्तीयों को सुरक्षा का आश्वासन दिलवाने के लिये उपयुक्त कदम उठाये।
इस बीच,
इताली राजैतिक दल केन्द्रीय डेमोक्रेटिक यूनियन के प्रवक्ता लूका वोलान्ते ने कहा कि
उड़ीसा में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हाल की हिंसा के लिये कार्डिनल बन्यास्को की तरह वे
भी चिन्तित हैं। उन्होंने कहा कि उनकी राजनैतिक पार्टी इटली की सरकार से आग्रह करेगी
कि धर्मान्धता एवं हर प्रकार की साम्प्रदायिक हिंसा के विरुद्ध यूरोपीय समुदाय एवं संयुक्त
राष्ट्र संघ के साथ मिलकर वह कड़े कूटनैतिक कदम उठाये।