कोलकाताः निधन की 11 वीं बरसी पर कोलकाता ने मदर तेरेसा को याद किया
कोलकाता में शुक्रवार को धन्य मदर तेरेसा के निधन की 11 वीं बरसी मनाई गई। रात्रि जागरण,
जुलूस, समाधि पर दीपों एवं फूलों की आंजलि तथा शहर के निर्धनों को शाम का भोजन देकर उदारता
के मिशनरी धर्मसंघ की संस्थापिका तथा उदारता की देवी रूप में विश्व विख्यात मदर तेरेसा
की पुण्य तिथि मनाकर उन्हें याद किया गया।
शुक्रवार प्रातः कोलकाता के महाधर्माध्यक्ष
लूकस सिरकार ने उदारता के मिशनरी धर्मंसंघ के आश्रम में ख्रीस्तयाग अर्पित किया जिसमें
सैकड़ों धर्मबहनों, धर्मबन्धुओं, स्वयंसेवी संगठनों, सहयोगियों एवं उपकारियों ने भाग
लिया। हज़ारों लोगों ने प्रातः से सन्ध्या काल तक लम्बी लम्बी कतारों में प्रतीक्षा के
बाद मदर की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
अल्बानिया की मूलनिवासी मदर तेरेसा
का निधन 87 वर्ष की आयु में सन् 1997 ई. में हो गया था। सन् 1950 में उनके द्वारा स्थापित
धर्मसंघ के मुख्यालय में ही उन्हें दफनाया गया था। आज, मदर तेरेसा के साढ़े चार हज़ार
मिशनरी सम्पूर्ण विश्व के 130 देशों में अपने 710 कल्याण केन्द्रों के माध्यम से एड्स
तथा कुष्ठ रोगियों, विधवाओं, अनाथों एवं परित्यक्त लोगों की सेवा में संलग्न हैं।
सन्
2003 में, स्व.सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने उदारता की देवी मदर तेरेसा को धन्य घोषित
कर कलीसिया में वेदी का सम्मान प्रदान किया था। परमधर्मपीठीय सन्त प्रकरण परिषद मदर की
सन्त घोषणा के लिये कोलकाता महाधर्मप्रान्त द्वारा अर्पित दस्तावेज़ों का अध्ययन कर रही
है। मदर की मध्यस्थता से सम्पादित चमत्कार के प्रमाण उपलब्ध होने पर ही उन्हें सन्त
घोषित किया जा सकेगा।