बिहार की कोसी नदी में आई बाढ़ तथा निरन्तर जारी घनघोर वर्षा के कारण बिहार के 15 ज़िलों
के 16 सौ गाँव के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सर्वाधिक प्रभावित ज़िलों में
सुपौल, सहरसा, अररिया और मधेपुरा ज़िले शामिल हैं। नई रिपोर्टों के मुताबिक पूर्णिया
और कटिहार ज़िलों में भी बाढ़ का पानी पहुँच गया है। इस आधार पर अब राज्य में कम
से कम 30 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं जिसमें से 20 लाख कोसी इलाक़े से हैं। शुक्रवार
को कोसी नदी में सेना की एक नाव के डूब जाने से कम से कम बीस लोगों के मारे जाने की आशंका
है जिससे बिहार में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ कर 85 से अधिक हो गई है। 12
दिन पूर्व कोसा नदी बाढ़ का चपेट में आ गई थी और तब से स्थिति बिगड़ती ही जा रही है।
रायटर समाचार के अनुसार बिहार में बाढ़ के कारण कम से कम 20 लाख लोग विस्थापित हुए
हैं तथा पाँच लाख मकान ध्वस्त हो गये हैं। सरकार ने राहत कार्य के लिये सेना भेजी है
किन्तु हज़ारों लोग भुखमरी के शिकार हैं तथा कच्चा चावल और मक्का मैले पानी में बिघाकर
खा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में दिखाया गया है कि कई गाँवों में लोग भूखे प्यासे राहत
का इंतज़ार कर रहे हैं और उन तक न बचाव टीम पहुँची है और न कोई राहत। सुपौल ज़िले के
अमित कुमार ने पत्रकारों से शिकायत की कि लोगों को शिविरों में लाकर छोड़ दिया गया किन्तु
उनके भोजन, स्वास्थ्य आदि का कोई इंतज़ाम नहीं है जिससे बच्चों की तबीयत बिगड़ रही है।