स्थायी शांति के लिये आवश्यक है अन्तरधार्मिक वार्ता का जारी रहना
फिलीपींस के धर्माध्यक्षो की समिति और मुसलिम नेताओं ने सरकार से अपील की है कि वे मिन्दनाओ
के अलगाववादी मोरो इस्लामिक लिबारेशन फ्रंट के नेताओं से बातचीत के सहारे आपसी वैमनस्यता
दूर करें। प्राकृतिक संसाधनों से पूर्ण दक्षिण फिलीपींस के मिन्दनाव में करीब बारह
हज़ार अलगाववादी मुसलिमों ने वर्षों से पूर्ण स्वायत्तता के लिये अभियान छेड़ रखा है।
अमनेस्टी
इंटरनैशनल के अनुसार इस क्षेत्र के लोगों ने अनेक छोटे-छोटे दल बना लिये हैं और कई लोगों
के घरों को हड़प लिये हैं करीब एक लाख पचास हज़ार लोग विस्थापित हो गये हैं। पिछले कुछ
दिनों से सरकार ने आदेश पर कई दलों के कमांडरों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। और क्षेत्र
में तनाव बढ़ गया है।
इसी समय दाभाव के महाधर्माध्यक्ष फरनान्दो कपाल्ला और मुसलिम
संगठन लीग ऑफ उलेमास के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किये गये है ताकि क्षेत्र में शांति
स्थापित किया जा सके।
दोनों नेताओं ने दोनों पक्षों से अपील की है कि वे एक दूसरे
पर हमला करना बन्द करें, सेना को हटा लें औऱ एक दूसरे के बंधकों को रिहा कर दें और शांति
का मार्ग प्रशस्त करें।
ईसाई और मसलिम दोनों पक्षों के नेताओं ने अपील की है कि
जो लोग विस्थापित हो गये हैं उन्हें जल्द ही स्थापित किया जाये और इस कार्य में यह भी
ध्यान दिया जाये कि ग़रीब, बीमार, बच्चे और महिलाओं के लिये कुछ विशेष व्यवस्था हो। नेताओं
ने मीडिया से भी आग्रह किया है कि वे उन बातों को छापने से बाज आयें जिससे तनाव बढ़ सकता
है।
दोनों पक्षों ने यह भी आश्वासन दिया है कि वे अपने-अपने समुदाय के लोगों के
साथ यह प्रयास करेंगे कि क्षेत्र में शांति स्थापित हो सके।
इसी बीच अंतरधार्मिक
वार्ता के लिये वनी समिति के अध्यक्ष कगायन दि ओरो के महाधर्माध्यक्ष अन्तोनियो लेडेस्मा
ने लोसेर्भातोरे को बताया कि मिन्दनाव में शांति स्थापना काथलिक औऱ मुसलिमों संयुक्त
समिति कि दक्षता पर ही निर्भर करती है।
उन्होंने कहा कि स्थायी शांति के लिये
आवश्यक है अन्तरधार्मिक वार्ता जारी रहे और दोनो पक्ष एक दूसरे का सम्मान करें।
उन्होंने
कहा कि काथलिक चर्च सदा ही बिना भेदभाव के गरीबों की मदद के लिये अपना कदम बढ़ाती रही
हैं उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है धर्माध्यक्षों की समिति इस बात का प्रयास करती रहेगी
कि दोनों पक्षों के बीच विश्वास की भावना बढ़े।