सिस्टर अनुपा की आत्महत्या की जाँच उच्चस्तरीय समिति हो
सिस्टर अनुपा मेरी के पिता पप्पाचन ने केरल के मुख्यमंत्री वी. एस. अचुतानन्दल से अपील
की है कि वे अपनी पुत्री की आत्महत्या की जाँच उच्चस्तरीय समिति से करवायें। उन्होंने
मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलकर कहा कि वे सोचते हैं कि चर्च की जाँच समिति इस
मामले में निष्पक्ष रिपोर्ट नहीं दे पायेगी।
ज्ञात हो कि 23 वर्षीय सिस्टर अनुपा
मेरी ने 11 अगस्त को अपने कमरे के पंखे में झूलकर आत्महत्या कर ली थी।
कोल्लम
धर्मप्रांत ने आत्म हत्या की जाँच के लिये पहले ही एक जाँच समिति बना ली है। सिस्टर अनुपा
मेरी के कमरे से एक आत्म हत्या का नोट पाया गया है जिसमें उन्होंन आरोप लगाया है कि उन्होंने
कॉन्वेन्ट की सुपीरियर की करतूतों से परेशान होकर आत्म हत्या कर रही है।
सिस्टर
अनुपा के पिता ने मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कहा है कि वे चाहते हैं कि राज्य सरकार
ही इस जाँच का दायित्व ले। इस बीच केरल सरकार ने मुआवजे के तौर सिस्टर के परिवार को
2 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने आदेश दिये हैं कि इस संबंध में
निष्पक्ष जाँच किया जाये।इसी बीच कोल्लम धर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर जोर्ज रेबेईरो ने
एक एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कि कुछ मार्क्सवादी विचारधारा के लोग इस घटना
का राजनैतिक लाभ प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने फ्रांसिस्कन
सिस्टर्स ऑफ ईम्माक्युलेट हार्ट ऑफ मेरी के सुपीरियर जेनरल का पत्र पढ़ा जिसमें सुपीरियर
जेनरल बोनीफास मेरी ने कहा है कॉन्वेन्ट की सुपीरियर पर लगाये जा रहे आरोप बेबुनियाद
हैं।
उन्होंने कहा कि मानसिक संतुलन खोकर सिस्टर अनुपा मेरी ने अपना दुःखद अन्त
कर लिया। इस संबंध मे फादर रेबेइरो ने कहा कि इस घटना को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने
का प्रयास किया जा रहा और कम्युनिस्ट पार्टी ने पप्पाचन और उसके परिवार को मोहरा बना
कर चर्च को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।