संत पापा पशुओं के फर से बने अपने परिधान एरमिने और टोपी न पहनें।
इटली के पशुओं के अधिकारों और पर्यावरण की रक्षा के लिये कार्य करनेवाली एक संस्था ने
संत पापा से अपील की है कि वे पशुओं के फर से बने अपने परिधान एरमिन और टोपी को पहनना
बन्द करें। पशुओँ की रक्षा के लिये बनी इस संस्था ने एक हज़ार नौ सौ लोगों के हस्ताक्षर
जमा किये हैं और पोप से अपील की है कि वे जीव जन्तुओं का सम्मान करें। स्थानीय समाचार
पत्र कोरियेरे देल्ला सेरा ने संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें और पोप जोन तेइसवें की उस तस्वीर
को अपने समाचार पत्र में छापा है जिसमें संत पापा ने फरयुक्त टोपी और लबादा पहन रखी
है। संत पापा की उस तस्वीर के ठीक बगल में एक जीवित जानवर की तस्वीर भी डाल दी है। एरमिने
के नाम से जानी जाने वाली यह फर की टोपी यूरोप के राजघरानों के राजघरानों में परम्परागत
तरीके से सदियों से व्यवहार किया जाता रहा है। संत पापा ने उस फरयुक्त टोपी का प्रयोग
सन् 2005 के ख्रीस्तमस के समय पहना था ताकि सान्ता क्लोस के समान दिखाई पड़े। पशुओं से
जुड़े इस संगठन ने संत पापा से इस आधार पर अपील की है कि संत पापा की जो पहचान लोगों
के बीच में जीव-जन्तुओं को प्यार करने वाले के रूप में है उस पर प्रतिकूल असर पड़ रहा
है। संत पापा ने अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।