2008-08-12 12:53:23

श्रीनगरः कश्मीर घाटी में कर्फ़्यू और तनाव


भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को हर्रियत नेता शेख़ अब्दुल अज़ीज़ की शवयात्रा से पूर्व कश्मीर घाटी के सभी शहरों में कर्फ़्यू लगा रहा। सोमवार को मुज़फ़्फ़राबाद पहुँचने की कोशिश कर रहे लोगों पर सेना की फ़ायरिंग में हर्रियत नेता शेख़ अब्दुल अज़ीज़ सहित छः लोगों की मौत हो गई थी जिससे सम्पूर्ण घाटी में तनाव फैल गया। हर्रियत नेता शेख़ अब्दुल अज़ीज़ के नमाज़े –जनाज़ा के समय किसी भी प्रकार हिंसक कार्रवाई को रोकने के लिये अधिकारियों ने कर्फ्यु लगा दिया था।
सोमवार को काश्मीर के अलगाववादी संगठन, सर्वदलीय हर्रियत कॉन्फ्रेस, के नेता शेख़ अब्दुल अज़ीज़ तथा शब्बीर गिलानी के नेतृत्व में लाखों लोगों ने भारत-पाक सीमा को तोड़कर अपने फलों के विक्रय के लिये पाकिस्तान का रुख किया था। इस अवसर पर सेना की फायरिंग में हर्रियत नेता शेख़ अब्दुल अज़ीज़ सहित छः लोगों की मृत्यु हो गई थी।
ग़ौरतलब है कि अमरनाथ ज़मीन पर उठे विवाद ने कश्मीर घाटी के हिन्दु एवं मुसलमानों के बीच झगड़ों के प्रश्रय दिया है। सरकार ने वन विभाग के एक हिस्से को हिन्दु पुण्य स्थल अमरनाथ श्राईन को देने की घोषणा की थी किन्तु मुसलमान अलगाववादी नेताओं के विरोध के बाद ज़मीन आबंटित करने से इनकार कर दिया था। तब से ही सम्पूर्ण घाटी में हिन्दुओं एवं मुसलमानों के बीच हिंसक वारदातें होती रहीं हैं।
इसी विवाद के चलते कश्मीर घाटी को शेष भारत से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर यातायात में बाधाएँ उत्पन्न हुई हैं। इन बाधाओं को कश्मीर घाटी के नेताओं ने कश्मीर का आर्थिक बहिष्कार निरूपित किया है। इनका कहना है कि राजमार्ग में बाधाओं के कारण फल उत्पादकों के पास मुज़फ्फ़राबाद के रास्ते से पाकिस्तानी बाज़ारों में जाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।
हालाँकि भारतीय सरकार का कहना है कि राजमार्ग पर सुरक्षाबल तैनात है और व्यापारी ट्रकों को आवश्यक सुरक्षा दी जा रही है।










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