नई दिल्लीः आठ अगस्त को 25,000 तिब्बतियों द्वारा विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली में, आगामी आठ अगस्त को, बैजिंग में ओलम्पिक खेलों के उदघाटन के समय ही, 25,000
तिब्बती, चीन द्वारा तिब्बत पर कब्ज़ा किये जाने के विरोध में, प्रदर्शन के लिये एकत्र
हो रहे हैं।
इसी बीच, तिब्बती युवा काँग्रेस एवं तिब्बत की स्वतंत्रता के लिये
संघर्षरत अन्य दलों ने 28 जुलाई को नई दिल्ली में अनशन की भी घोषणा की है।
तिब्बती
युवा काँग्रेस ने, एक वकतव्य में, विश्व का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित कराना चाहा कि
चीन की सेना का दमन चक्र जारी है तथा हज़ारों तिब्बतियों को राजनैतिक अपराधों के लिये
गिरफ्तार किया गया है। उसका आरोप है कि बैजिंग ने दलाई लामा द्वारा मनोनीत पाँचेन लामा
का अपहरण किया है तथा विगत कई वर्षों से वह उन्हें क़ैद में रखे हुए है। इसके अलावा,
चीनी सरकार अन्तरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को तिब्बत नहीं आने दे रही है तथा चीन की मुख्यभूमि
के लिये तिब्बत के खनिज संसाधनों का शोषण कर रही है।
विश्व के राजनीतिज्ञों,
खिलाड़ियों तथा ओलम्पिक समिति का तिब्बती युवा काँग्रेस ने आव्हान किया कि तिब्बत की
स्वतंत्रता के लिये वे ठोस कदम उठायें। तिब्बत की दयनीय स्थिति का वर्णन करते हुए उन्होंने
चीन पर दस लाख से अधिक तिब्बतियों को मौत के घाट उतारने तथा 6,000 बौद्ध विहारों को नष्ट
करने का भी आरोप लगाया।