2008-07-16 10:02:43

विश्व युवा दिवस संबंधी कुछ जानकारियाँ


श्रोताओ, रोम में संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में होने वाला बुधवारीय 16 अप्रैल को होने वाला साप्ताहिक आमदर्शन समारोह आज नहीं हो सका क्योंकि ईसाइयों के महाधर्मगुरु संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें अपनी पाँच दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के तहत् ऑस्ट्रेलिया में आयोजित 23वें विश्व युवा दिवस समारोह की अध्यक्षता के लिये सिडनी में पहुँच गये हैं।

15 जुलाई से 20 जुलाई तक चलने वाले इस ऐतिहासिक समारोह में संत पापा और कई अन्य गण-मान्य व्यक्तियों के अलावा देश-विदेश के लाखों युवा भाग ले रहे हैं। आइये हम 23वें विश्व युवा दिवस की कुछ विशेषताओं और लोगो के बारे हम जानकारी प्राप्त करें।

विश्व युवा दिवस मनाने की शुरुआत संत पापा जोन पौल द्वितीय के आह्वान पर सन् 1986 ईस्वी में सन् 1986 ईस्वी में खजूर रविवार के दिन रोम में सम्पन्न प्रथम विश्व युवा दिवस से हुई। 23वें विश्व युवा दिवस का आमंत्रण भी दुनिया भर के लोगों को संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने ही दिया है।

इस समारोह के लिये विश्व के करीब 5 लाख युवा सिडनी में जमा चुके हैं और जिस विषय पर मनन-चिन्तन कर रहे हैं वह है बाईबल के नये व्यवस्थान के प्रेरित चरित के पहले अध्याय के आठवें पद से लिया गया वाक्यांश। इसमे लिखा है " तुम पवित्र आत्मा से शक्ति ग्रहण करोगे और तुम मेरे नाम का साक्ष्य दोगे।" यही है 23वें युवा दिवस की विषय वस्तु।

स्थानीय समाचार पत्रों के अनुसार 2लाख 25 हज़ार तीर्थयात्री इस समारोह को मनाने के लिये पहले ही सिडनी पहुँच गये हैं और अपना नामंकन करा लिया है। इस समारोह को सफल बनाने के लिये 8 हज़ार स्वयंसेवक लोगों को अपनी सेवायें देंगे।

इस भव्य समारोह में 7 सौ कार्डिनल और धर्माध्यक्ष, 2 हजार पुरोहित रोजदिन अनुष्ठान चढ़ाएँगे। विश्व के युवाओं के लिये सम्पन्न होने वाली घटनाओँ को लोगों के कानों और घरों तक पहुँचाने के लिये 5 हजार मीडिया कर्मी पहले ही सिडनी में डेरा डाले हुए हैं।

करीब 1 लाख तीर्थयात्रियों के लिये रहने की व्यवस्था स्कूलों एवं पल्लियों में की गयी है और करीब 20 हजार लोगों सिडनी की होटलों में ठहरेंगे।

विश्व युवा दिवस के बारे में बताते हुए आप सबों की जानकारी के लिये यह भी जानना उचित होगा कि इस समारोह के लिये बनाये गये प्रतीक चिह्न का क्या अर्थ है।
प्रतीक चिह्न में उन बातों का सार है जो विश्व युवा दिवस की विषय वस्तु में है। विषय वस्तु में तीन बातों को बताया गया है। पहली बात है तुम पवित्र आत्मा दूसरी बात है शक्ति और तीसरी बात है साक्ष्य जिसका आधार है प्रेरित चरित का पहला अध्याय का आठवाँ पद।
श्रोताओ ' लोगो ' के बीच में एक क्रूस है, तील आग की लपटें हैं उसी के साथ जुड़ी हुई सिडनी के प्रसिद्ध ओपेरा हाउस की तस्वीर हैं और चित्र के निचले भाग में वर्ल्ड यूथ डे 2008 लिखा गया है। इस प्रतीक में तीन रंगों लाल पीला नीला और सफेद का प्रयोग किया गया है।
' लोगो ' का केन्द्र-बिन्दु है विजयी पवित्र क्रूस
जो येसु मसीह की विजय का प्रतीक है क्रूस का रंग सफेद जो दिखाता है कि येसु दुनिया की ज्योति हैं।
पवित्र आत्मा को आग की ज्वाला के रूप में दिखलाया गया है। आग की तीन ज्वालाएँ हैं और इसके दो रंग हैं - लाल और पीला। तीन ज्वालाएँ ईश्वर के तीन जन का प्रतीक है और लाल और पीले रंग को जिस बारीकी से मिलाया गया है यह दिखाता है के उनमें अटूट एकता है।
प्रतीक में जो नीला रंग है वह दिखाता है कि ऑस्ट्रेलिया के चारों ओर समुद्र है। पानी बपतिस्मा का प्रतीक है। नीला रंग मेरी का भी प्रतीक है जो कृपाओं से परिपूर्ण है।
' लोगो ' में ओपेरा हाउस की भी तस्वीर है वह सिडनी का प्रतीक है जहाँ पर 23वाँ विश्व यूवा महोत्सव 2008 का आयोजन किया गया है।
ज्ञात हो कि विश्व युवा दिवस 2008 के ' लोगो ' को पहली बार रोम में 6 अप्रील 2006 का अनावरण किया गया था।






 










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