विभिन्न चुनौतियों के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की काथलिक कलीसिया विश्व को अपना बहुमूल्य
योगदान देगीः कार्डिनल पेल
विभिन्न चुनौतियों के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की काथलिक कलीसिया विश्व को अपना बहुमूल्य
योगदान दे सकती है। उक्त बाते सिडनी के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जोर्ज पेल ने फिदेस न्यूज
एजेंसी को दिये एक साक्षात्कार में कहा।
कार्डिनल पेल ने ऑस्ट्रेलिया की धार्मिक
स्थिति के बारे मे बताते हुए कहा कि यह बात सही है, कि धार्मिक क्रिया-कलापों में हिस्सा
लेने वालों में बुजूर्गों की संख्या ज़्यादा है फिर भी विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के
द्वारा जीवन का नवीनीकरण हो रहा है। कार्डिनल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में क्रूस का रास्ता
लगातार करने वालों संख्या में भारी वृद्धि हुई है जो बड़ी ही सांत्वना औऱ आशा का विषय
है।
कार्डिनल पेल ने अपने महाधर्मप्रांत की समस्याओं के बारे में बताते हुए कहा
कि धर्म के प्रति युवाओं उदासीनता चिंता का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि केवल 20 प्रतिशत
युवा ही गिरजा जाते हैं। पर उन्होंने आशा जतायी है कि विश्व युवा दिवस ऑस्ट्रेलिया की
कलीसिया के लिये एक ईश्वरीय वरदान का समय होगा जब कलीसिया का नवीनीकरण होगा।
ऑस्ट्रलिया
की कलीसिया का विश्व कलीसिया को योगदान के बारे में बताते हुए कार्डिनल ने कहा कि करीब
300 मिशनरी दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषकर के न्यु गिनी, पसेफिक आईलैंड्स और
एशिया में सुसमाचार का प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया के
26 प्रतिशत काथलिक आदिवासी हैं और काथलिक कलीसिया सदा उनके हितों की रक्षा के लिये कार्य
करती रही है।
कार्डिनल पेल ने आशा जतायी है कि विश्व युवा दिवस से युवाओं का मनोबल
बढ़ेगा वे ईश्वर के प्रेम का पहचान पायेंगे और येसु को अपने जीवन का केन्द्र बना पायेंगे।