संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें आज मंगलवार 15 अप्रैल से अपनी 5 दिवसीय अमेरिका की यात्रा
के लिये रवाना होंगे। इन दिनों हम आपको संत पापा की यात्रा और उनके संदेशों को आप तक
पहुँचाते रहेंगे। हमारी आशा है कि आप भी संत पापा के संदेशों से लाभांवित होते रहेंगे।
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें अमेरिका की अपनी प्रथम प्रेरितिक यात्रा के लिये आज
रोम से स्थानीय समय के अनुसार दिन के 12 बजे अल इतालिया बी.0777 से वाशिंगटन के लिये
रवाना हुए। संत पापा की इस ऐतिहासिक यात्रा के बारे में बताते हुए संत पापा के प्रवक्ता
जेस्विट फादर फेदरिको लॉम्बार्डी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पोप की अमेरिका
की यात्रा इटली के बाहर की उनकी आठवीं प्रेरितिक यात्रा है और यूरोप के बाहर की यह
दूसरी अन्तरराष्ट्रीय यात्रा है। संत पापा सन् 2007 ईस्वी में ब्राजील की यात्रा पर
गये थे। फादर लॉम्बार्डी ने बताया कि इस यात्रा के लिये संत पापा को संयुक्त राष्ट्र
संघ के पूर्व सेक्रेटरी जेनरल कोफी अन्नान ने आमंत्रित किया ही था पर उसके उत्तराधिकारी
वर्तमान जेनरल सेक्रेटरी ने एक बार फिर आमंत्रण भेजा। संत पापा की संयुक्त राष्ट्र संघ
की यह चौथी यात्रा है। सबसे पहले संत पापा पौल षष्टम् ने सन् 1965 में और बाद में संत
पापा जोन पौल द्वितीय ने दो बार संयुक्त राष्ट्र संघ की यात्रा की संत पापा की यात्रा
के बारे में आगे बताते हुए फादर लॉम्बार्डी ने कहा कि संत पापा की यह यात्रा सिर्फ यू.
एन. की यात्रा नहीं है पर संत पापा की इस यात्रा को प्रेरितिक यात्रा भी कहा जाएगा
जिसमे संत पापा अमेरिका के काथलिकों और अमेरिका वासियों को अपना संदेश देंगे। जौभि कि
इस यात्रा में अल्प समय होने के कारण पूरे अमेरिका के सिर्फ दो स्थानों वाशिंगटन और न्ययार्क
को चुना गया है फिर भी यह ईसाईयों की महाधर्मगुरू बेनेदिक्त सोलहवें की इस यात्रा को
बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वाशिंगटन अमेरिका की राजधानी के साथ-साथ अमेरिका के
काथलिक बिशपस् कोन्फेरेन्स का मुख्यालय है। न्यूयार्क इसलिये महत्वपूर्ण है क्योंकि
यहाँ संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय है।संत पापा का इस वर्ष न्युयार्क जाना इसलिये
भी महत्बपूर्ण हैं क्योंकि 200 साल पहले 8 अप्रैल को न्युयार्क धर्मप्रांत का निर्माण
हुआ था। आज हम आपको यह भी बता दें कि संत पापा की अमेरिका दौरा के कार्यक्रम किस
प्रकार से हैं। संत पापा मंगलवार 15 अप्रैल को रोम से एयर इतालिया से प्रस्थान कर चुके
है जिन्हें वाशिंगटन के हवाईअड्डे पर खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जोर्ज बुश और उनकी धर्म
पत्नी ने स्वागत किया है। सोलह तारीख बुधवार को संत पापा अपना 81वाँ जन्मदिन वहीं मनाएँगे।
वहाँ को साउथलोन के वाईट हाउस में राष्ट्रपति जोर्ज बुश खुद ही संत पापा का औपचारिक
स्वागत करेंगे। और इसके तुरन्त बाद दोनों नेता ऑभल ऑफिस में विभिन्न मुद्दों पर बात-चीत
करेंगे। उसी दिन संत पापा अमेरिका के कार्डिनलों और अमेरिका बिशपस् कान्फेरेन्स के अन्य
गण मान्य अधिकारियों के साथ प्रीति भोज में सम्मिलित होंगे। इसके बाद संत पापा दूतावास
में ही पाँच काथलिक चारिटेबल फौन्डेसन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।और इसके तुरन्त
बाद संत पापा को नैशनल शराईन ऑफ द इम्माकुलेट कोनसेप्शन के प्रांगण में लिया जायेगा
जहाँ वे अमेरिका के अन्य धर्माध्यक्षों से मुलाकात करेंगे। और इसी के साथ 16 अप्रैल का
कार्यक्रम यहीं पर समाप्त हो जायेगा। अपनी यात्रा के दूसरे दिन अर्थात् 17 तारीख वृहस्पतिवार
को संत पापा वाशिंगटन धर्मप्रांत के नैशनल पार्क के खुले प्रांगण में यूखरिस्तीय बलिदान
चढ़ाएँगे। दोपहर के समय संत पापा काथलिक युनिवर्सिटी और कॉलेजों के करीब 230 रेक्टरों
और उन अन्य धर्मप्रांतीय अधिकारियों से मुलाकात करेंगे जो काथलिक शिक्षण संस्थानों से
जुड़े हुए हैं। उसी दिन इस मीटिंग के पश्यात् संत पापा विभिन्न धर्मो के करीब 200 प्रतिनिधियों
से संत पापा जोन पौल द्वितीय सांस्कृतिक कला केन्द्र में मुलाकात करेंगे। संत पापा के
साथ जिन धर्मों के प्रतिनिधि मिलेंगे उनमें प्रमुख हैं हिन्दु, मुस्लिम, बौद्ध, जैन
और यहूदी धर्म के प्रतिनिधि। इसी समय संत पापा यहूदी धर्मे के प्रतिनिधियों को उनके पास्का
पर्व के अवसर पर अलग से संदेश देंगे। अपनी यात्रा के तीसरे दिन अर्थात् 18 अप्रैल
शुक्रवार को संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें हवाईमार्ग से न्युयार्क चले जाएँगे जहाँ उनका
विशेष कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में सम्पन्न होगा। अपने तीन घंटे के
कार्यक्रम के अन्तर्गत संयुक्त राष्ट्र संघ की जेनरल असेम्बली में करीब तीन हजार प्रतिनिधियों
को संबोधित करेंगे। इसके तुरन्त बाद कार्यक्रम के अनुसार संत पापा संयुक्त राष्ट्र संघ
के अन्य अधिकारियों से भी थोड़ी देर के लिये मिलेंगे। श्रोताओ हम यहाँ पर आपको यह याद
दिला दें कि यह साल संयुक्त राष्ट्र संघ के मानव अधिकारों की विश्व घोषणा का 60वाँ
साल है। और इस अवसर पर संत पापा इसके सदस्यों को संबोधित करेंगे।आशा की जा रही है कि
संत पापा अपने वक्तव्य में मानव अधिकारों, न्याय और विश्व शांति जैसे मुद्दों पर अपने
विचार व्यक्त करेंगे। ये तो होंगे संत पापा के दिन भर के कार्यक्रम। सन्ध्या के समय
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें संत जोसेफ चर्च के सभागार में एक अन्तरकलीसियायी सभा में
हिस्सा लेंगे जिसमे दस विभिन्न कलीसियायों के प्रतिनिधियों से वे बातें करेंगे। इस दिन
के कार्यक्रम को अन्तिम रूप देते हुए इस दिन के लिये एक और कार्यक्रम को जोड़ दिया गया
है और वह है मानहाटन के पूर्वी सिनागोग में यहूदियों से संत पापा की एक मुलाकात। संत
पापा वहाँ यहूदियों को उनके पास्का पर्व के अवसर पर एक छोटा संदेश देंगे। श्रोताओ ज्ञात
हो कि यह किसी भी संत पापा के द्वारा अमेरिका के सिनागोग की पहली यात्रा है और संत
पापा बेनेदिक्त सोलहवें की सिनागोग की दूसरी यात्रा है। पहली बार संत पापा जर्मनी के
कोलोन में सन् 2005 ईस्वी में पहली बार सिनागोग में प्रवेश किये थे।और इसी के साथ संत
पापा के तीसरे दिन का कार्यक्रम समाप्त हो जायेगा। संत पापा अपने चौथे दिन अर्थात्
शनिवार 19 अप्रैल के कार्यक्रम की शुरूआत मिस्सा पूजा बलिदान से करेंगे। 19 अप्रैल
का दिन संत पापा के पोप चुने जाने की तीसरी वर्षगाँठ है। इस दिन का मिस्सा पूजा पुरोहितों
और धर्मसमाजियों के लिये संत पात्रिक महागिरजाघर में सम्पन्न किया जायेगा। संत पापा
का दूसरी बेला का कार्यक्रम युवाओं के साथ में होगा जिसमें आशा की जा रही है कि करीब
20 हजार युवक युवतियाँ और सेमिनरियों के प्रशिक्षु विशेष रूप से हिस्सा लेंगे। संत
पापा अपनी यात्रा के अन्तिम चरण में अर्थात् पाँचवे दिन रविवार 20 तारीख को न्युयार्क
के उस स्थान को देखने जायेंगे जहाँ कभी अमेरिका का ट्विन टावर हुआ करता था और 9 सितम्बर
2001 को जिसे आतंकवादी हमले में ध्वस्त कर दिया गया। इस स्थान में संत पापा के कार्यक्रम
में कोई भी संदेश या वक्तव्य का कार्यक्रम नहीं रखा गया है। संत पापा इस समय इस स्थल
पर उन सब लोगों के लिये प्रार्थना करेंगे और एक दीपक जलाएँगे जिन्होंने इस हादसे में
अपने जान गवाँ दिये। पाँचवे ही दिन अर्थात् रविवार को दिन दोपहर के समय संत पापा बेनेदिक्त
सोलहवें का अन्तिम कार्यक्रम न्युयार्क प्रसिद्ध यांकी स्टेडियम में होगा जहाँ वे हजारों
लोगों के साथ यूखरिस्तीय बलिदान चढाते हुए अपने पाँच दिवसीय अमेरिका की अपनी प्रेरितिक
यात्रा का समापन करेंगे। मिस्सा पूजा बलिदान की समाप्ति के बाद संत पापा को जोन एफ केनेडी
अन्तरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लाया जायेगा और वहाँ से रोम के लिये प्रस्थान करेंगे और दूसरे
दिन अर्थात् सोमवार 21 अप्रैल को वे रोम वापस आ जायेंगे। वाटिकन प्रेस के प्रवक्ता
फादर लॉम्बार्डी ने यह भी बताया कि संत पापा की अमेरिका यात्रा का विषय है येसु मसीह
हमारी आशा हैं औऱ वे चाहते है कि अमेरिका को पूरे विश्व के निवासियों को वे आशा का संदेश
दें। हम आपको बता दें कि वाटिकन रेडियो की हिन्दी प्रसारण सेवा रोज दिन आपको संत पापा
की पाँच दिवसीय यात्रा की ताज़ा जानकारी देती रहेगी और हमारी आशा है कि इससे हमारे श्रोता
लाभान्वित होते रहेंगे।