विश्व के काथलिक एक दूसरे से जुड़े़ हुए और संत पापा उनके मध्यस्थ
वाशिंगटन डी. सी. के महाधर्माध्यक्ष डोनाल्ड वूरेल ने आशा जतायी है कि संत पापा बेनेदिक्त
सोलहवें अपने अमेरिका दौरा के दौरान अमेरिका के काथलिकों को यह याद दिलाएगें कि वहाँ
के काथलिक सार्वभौमिक कलीसिया के सदस्य हैं। महाधर्माध्यक्ष जेनित समाचार एजेन्सी को
दिये गये साक्षात्कार में बताया कि उनकी आशा है कि संत पापा अमेरिका के विश्वासियों को
यह बताएँगे कि वे सुसमाचार के अनुसार जीवन बितायें। उन्होंने आगे कहा कि संत पापा उन्हें
यह भी वताएँगे कि विश्व के सभी काथलिक एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और इस एकता में संत
पापा मध्यस्थ का कार्य करते हैं।
ज्ञात हो कि संत पापा 15 अप्रैल से 20 अप्रैल
तक अमेरिका का दौरा करेंगे। इस दरमियान वे 16 तरीख को अमेरिकी राष्ट्रपति जोर्ज बुश से
मुलाकात करेंगे। और उसी दिन वे अमेरिका के 350 धर्माध्यक्षों के साथ भी मुलाकात करेंगे।
महाधर्माध्यक्ष
ने यह भी वताया कि संत पापा अपने पाँच दिवसीय दौरे में संयुक्त राष्ट्र संघ को संबोधित
करेंगे, पुरोहितों, डीकनों और कई धार्मिक नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि वे यह उम्मीद करते हैं कि संत पिता उन सभी बातों को बोलेंगे जिससे अमेरिकी
जनता उत्साहित हो और अपना ख्रीस्तीय जीवन बखूबी जी सके। उन्होंने कहा कि संत पिता जिन
बातों पर चर्चा करेंगे उनमें पारिवरिक जीवन मानव का सम्मान और सुसमाचार के मूल्य आदि
प्रमुख होंगे।
मीडया द्वारा रिपोर्ट किये गये कलीसिया में आये आपसी मनमुटाव और
विचारों की विभिन्नता के बारे में महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि यह कलीसिया के लिये नवीनीकरण
का समय है और मनमुटाव और विभिन्नताएँ तो जीवन के अंग हैं पर अमेरिकी कलीसिया की मुख्य
बात तो यह है कि कई युवा फिर से सुसमाचार के मूल्यों के अनुसार जीवन जीने के लिये उत्सुक
हैं।
आर्च बिशप वूरेल ने आगे कहा कि अंतरधार्मिक वार्ता सिर्फ संत पिता के लिये
मह्त्वपूर्ण नहीं है पर यह हम सबका दायित्व है कि हम सबों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार
करें । उन्होंने आगे कहा कि संत पापा जोन पौल द्वितीय ने अंतरधार्मिक वार्ता की दिशा
में कदम उठाकर मिसाल कायम की है। हमें भी चाहिये कि हम आपसी समझदारी के साथ लोगों का
उचित सम्मान करें और बेहतर विश्व के निर्माण में अपना योगदान दें।